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हिमाचल: भूस्खलन से शिमला-कालका रेलवे ट्रैक छह घंटे रहा बाधित

शिमला में पिछले तीन दिनों से जारी बारिश का कहर थमने का नाम नहीं रहे रहा है। सड़कों के साथ रेल लाइन पर भी बारिश का कहर बरपा है।

By Sachin MishraEdited By: Published: Mon, 10 Sep 2018 04:12 PM (IST)Updated: Mon, 10 Sep 2018 04:53 PM (IST)
हिमाचल: भूस्खलन से शिमला-कालका रेलवे ट्रैक छह घंटे रहा बाधित
हिमाचल: भूस्खलन से शिमला-कालका रेलवे ट्रैक छह घंटे रहा बाधित

जागरण संवाददाता, शिमला। राजधानी शिमला में पिछले तीन दिनों से जारी बारिश का कहर थमने का नाम नहीं रहे रहा है। सड़कों के साथ रेल लाइन पर भी बारिश का कहर बरपा है। सोमवार सुबह करीब 8:40 बजे शिमला रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रक पर दो पेड़ धराशाही हो गए। मलबे के साथ दो पेड़ गिरने से करीब छह घंटे तक रेलमार्ग बंद रहा। इस कारण तीन गाड़ियां रद करनी पड़ी।

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मलबा ट्रैक पर भयानक तरीके से भरभरा कर गिर गया, जिसे साफ करने में भारी मशक्कत करनी पड़ी। कालका से शिमला आने वाली पैसेंजर कोच भी समरहिल में रोकनी पड़ी। यह पैसेंजर 8:55 बजे रेलवे स्टेशन शिमला में पहुंचती है। लेकिन मार्ग बाधित होने के कारण अपरान्ह दो बजे के बाद ही यह बाड़ी पहुंच पाई। इस कारण यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। हालांकि पेड़ सुबह 8 बजकर 40 मिनट पर गिरे, लेकिन पेड़ गिरने की संभावनाओं चलते सुबह 8:15 बजे शिमला से कालका जाने वाली रेल को भी रद कर दिया गया। इसके अलावा सुबह 10:40 बजे जाने वाली ट्रेन व 2:20 बजे जाने वाली गाड़ियां भी रद करनी पड़ी। 

विभाग की ओर से ट्रैक पर मलबा हटा दिया गया है और अब गाड़ियां सुचारू रूप से चल रही हैं। करीब छह घंटे कालका शिमला रेलवे ट्रैक बाधित रहा है।
-प्रिंस सेठी शिमला रेलवे स्टेशन अधीक्षक।

पेड़ गिरने के बाद रेलवे ट्रैक बाधित हो गया।

रेलवे ट्रैक पर गिरे पेड़ को कड़ी मशक्कत के बाद हटाया गया। 

हिमाचल में 100 से अधिक सड़कें अब भी बंद
हिमाचल भर में मानसून की बरसात से जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। कई जगह भारी बारिश से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। प्रदेश में बारिश के कारण हुए भूस्खलन से 100 से अधिक सड़कें अब भी बंद हैं। रविवार को प्रदेश में 63.3 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है जो सामान्य से 9 फीसद अधिक है। बारिश के कारण राज्य में नुकसान का आंकड़ा प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। अब तक प्रदेश में कुल 1100 करोड़ 67 लाख मानसून की बारिश ने निगल लिए हैं। जिसमें अकेले लोक निर्माण विभाग को 716 करोड़ 72 लाख की चपत लगी है। रविवार को भी राज्य के अधिकांश हिस्सों में बारिश का क्रम जारी रहा। जिला मंडी में दो मकान ढह गए। जबकि जिला शिमला में दर्जनों सड़कें भूस्खलन के कारण बंद पड़ी हैं।

राजधानी के फागली में देवदार का एक पेड़ गिरने से स्कूल भवन को क्षति पहुंची है। जिला सोलन में भी ताजा बारिश से नुकसान हुआ है। शिमला-कालका मार्ग पर पहाड़ी से पत्थर गिरने का क्रम लगातार जारी रहा, जिससे जगह जगह जाम लगता रहा और लोगों को मुश्किलें झेलनी पड़ी।

मौसम विभाग ने आगामी मंगलवार और बुधवार को राज्य के मैदानी व कम ऊंचाई वाले कुछ क्षेत्रों में भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना जताई है। जिससे प्रदेश वासियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। राज्य में बारिश के कारण तापमान में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है। बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के अधिकतम तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है। जबकि न्यूनतम तापमान में कोई उल्लेखनीय परिवर्तन नहीं आया है।

तापमान की स्थिति
शिमला,16.0,22.9
सुंदरनगर,20.2,30.2
भुंतर,18.4,28.6
कल्पा,11.0,23.0
धर्मशाला,17.2,27.4
ऊना,24.0,33.4
नाहन,18.9,28.9
केलंग,10.8,17.3
सोलन,20.2,27.3
मंडी,17.0,31.2
चंबा 20.8 30.2
 


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