कल से आइजीएमसी में बंद होगी एसआरएल लैब
आइजीएमसी (इंदिरा गांधी मेडिकल कालेज) की एसआरएल लैब 21 मई से बंद हो जाएगा।
शिखा वर्मा, शिमला
आइजीएमसी (इंदिरा गांधी मेडिकल कालेज) की एसआरएल लैब 21 मई से बंद हो जाएगी। इस लैब की सुविधा रोजाना हजारों मरीज लेते हैं। इसके कारण मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। अस्पताल में रोजाना हजारों लोग अपना टेस्ट करवाने के लिए आते हैं।
इस लैब के बंद होने से कुछ दिनों के लिए मरीजों को अस्पताल से बाहर टेस्ट करवाने पड़ सकते हैं। सरकारी लैब में कई टेस्ट होते भी नहीं हैं, जो होते हैं वे दिन के 12 बजे तक ही होते हैं। इसलिए नई कंपनी करसना बायोटेक जब तक अपना कार्यभार संभालेगी, उस समय तक सरकारी लैब में ही सभी को टेस्ट करवाने होंगे। इसके कारण मरीजों को अस्पताल में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। अस्पताल प्रशासन का दावा है कि मरीजों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े इसके लिए पूरी तैयारी कर ली लाई है। आइजीएमसी में करसना बायोटेक चलाएगी लैब
आइजीएमसी में अब एसआरएल की जगह कृष्णा डायग्नोस्टिक लैब काम करेगी। सरकार का करसना बायोटेक को इसका टेंडर दिया है। एसआरएल की जगह यह कंपनी अपना कामकाज का जिम्मा संभालेगी। इसमें जो समय रहेगा, उस दौरान सरकारी लैब पर ही निर्भरता रहेगी। दूसरी कंपनी को काम देने का फैसला मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया था। कुछ दिन सरकारी लैब पर ही भरोसा
सरकारी लैब में 12 बजे तक ही टेस्ट होते हैं। सरकारी लैब में मरीजों की बहुत ज्यादा भीड़ लगी होती है। इसके कारण मरीजों को और ज्यादा इंतजार अपने टेस्ट करवाने के लिए करना होगा। आइजीएमसी में लोगों को कुछ दिनों तक सरकारी लैब पर ही भरोसा करना होगा। एसआरएल लैब का समय पूरा हो गया है। मरीजों को अपने टेस्ट सरकारी लैब में ही करवाने होंगे और उसी पर भरोसा करना होगा। एसआरएल लैब बंद होने के बाद मरीजों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े इसके लिए अस्पताल प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। मरीजों को इसके बंद होने से कोई समस्या नहीं होगी।
-सुरेंद्र शर्मा, प्रिंसिपल आइजीएमसी