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बाजार में भीड़ बढ़ती देख रिपन में बढ़ाए 25 बिस्तर

कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर को लेकर शहर के रिपन अस्पताल में 25 बिस्तर की संख्या बढ़ा दी गई है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Oct 2021 04:29 PM (IST)Updated: Tue, 19 Oct 2021 04:29 PM (IST)
बाजार में भीड़ बढ़ती देख रिपन में बढ़ाए 25 बिस्तर
बाजार में भीड़ बढ़ती देख रिपन में बढ़ाए 25 बिस्तर

जागरण संवाददाता, शिमला : कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर को लेकर शहर के रिपन अस्पताल में 25 बिस्तर बढ़ा दिए गए हैं। संभावित लहर के मद्देनजर अस्पताल प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। आशंका जताई जा रही है कि मौजूदा समय में चल रहा त्योहारी सीजन संक्रमण को न्योता दे सकता है। बाजारों में इन दिनों अत्यधिक भीड़ बढ़ रही है। उचित शारीरिक दूरी के नियम का पालन न होने के कारण संक्रमण बढ़ने की आशंका बढ़ गई है।

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हालांकि जिलेभर में मौजूदा समय तक नौ लाख से अधिक लोग वैक्सीन लगवा चुके हैं। इसके बावजूद रोजाना आठ से 10 मामले सामने आ रहे हैं। रिपन के एमएस डा. रविंद्र मोक्टा का कहना है कि अस्पताल में कोरोना की संभावित तीसरी लहर की तैयारी के चलते बिस्तर की संख्या 90 से 115 की गई है। वहीं अब सभी बिस्तर पर आक्सीजन की सप्लाई मिलने से मरीजों को परेशानी का सामना नहीं करना होगा। इसके अलावा अस्पताल में 19 बिस्तर साइड वेंटीलेटर्स स्थापित किए जा चुके हैं और 50 नए वेंटीलेटर खरीदने के लिए सरकार से स्वीकृति मांगी गई है। स्टाफ को आइजीएमसी में वेंटीलेटर चलाने का दिया जा रहा प्रशिक्षण

इसके साथ ही इंदिरा गांधी मेडिकल कालेज (आइजीएमसी) में रिपन के स्टाफ को वेंटीलेटर चलाने का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। इसके लिए अस्पताल से रोजाना दो-दो डाक्टर प्रशिक्षण पर जा रहे हैं। रिपन में पहली बार वेंटीलेटर की सुविधा मरीजों को मिलने वाली है। इसलिए अस्पताल प्रशासन की ओर से स्टाफ को प्रशिक्षित किया जा रहा है। दो बार रह चुका है कोविड समर्पित अस्पताल

कोरोना संक्रमण की दो लहरों में रिपन अस्पताल को दो बार कोविड समर्पित अस्पताल बनाया गया था। इस दौरान गंभीर से अधिक गंभीर मरीजों को अस्पताल में दाखिल किया जाता था और नोन कोविड सेवाएं बंद कर दी गई थीं। अस्पताल में आक्सीजन प्लांट की कमी को देखते हुए प्रशासन की ओर से अब दो नए आक्सीजन प्लांट स्थापित किए गए हैं, ताकि गंभीर मरीजों को आक्सीजन की जरूरत पड़ने पर आइजीएमसी रेफर करने की नौबत न आए।


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