बलग में धारा 144 लागू, पुलिस ने रोके लोग
प्रशासन ने सभी पक्षों से बात करने के बाद शांतिपूर्वक हल निकालते हुए वहां से तीन किलोमीटर के दायरे में 11 अप्रैल तक क्षेत्र में धारा 144 लगा दी है।
ठियोग, जेएनएन। शिमला जिला प्रशासन ने ठियोग के बलग में धारा 144 लगा दी है। इसके बाद रविवार को बलग क्षेत्र का नजारा बदला हुआ था, जहां पिछले कुछ समय से लोग उन बच्चों को देखने आ रहे थे, जो खुद को अवतार बता रहे हैं, लेकिन रविवार को उस जगह पर सन्नाटा पसरा हुआ था। कुछ दिन पहले इन बच्चों ने स्थानीय देवी-देवताओं के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया था, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो जाने के बाद सात अप्रैल को स्थानीय देवी-देवताओं के देवलुओं और गुरों ने बलग पहुंच कर आपत्ति जताई थी। माहौल को बिगड़ता देख प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर जाकर
समय रहते हुए स्थिति को संभाला।
प्रशासन ने सभी पक्षों से बात करने के बाद शांतिपूर्वक हल निकालते हुए वहां से तीन किलोमीटर के दायरे में 11 अप्रैल तक क्षेत्र में धारा 144 लगा दी है। पांच या पांच से अधिक लोगों को बच्चों के घर के तीन किलोमीटर के दायरे में कोई मार्च व बैठक की अनुमति नहीं दी जाएगी। हालांकि रविवार सुबह से ही कुछ लोग पैदल रास्तों से बलग पहुंचना शुरू हो चुके थे और बच्चों के घर जाने की कोशिश में थे।
मौके पर तैनात पुलिस दल ने इन लोगों को समझाने के लिए और वापस भेजने में खासी मशक्कत करनी पड़ी। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस की रिजर्व बटालियन मौकेपर नजर बनाए हुए थी। प्रशासन की मुस्तैदी से शाम तक स्थिति सामान्य बनी रही। पुलिस के जवान वाहनों को छैला कैंची, टियाली, चियोग, नेरीपुल व अन्य रास्तों पर ही पूछताछ के बाद ही आगे जाने की अनुमति दे रहे हैं।
ठियोग के एसडीएम मोहन दत्त शर्मा ने बताया कि बच्चों के घर से तीन किलोमीटर के दायरे में धारा 144 लगा दी गई है। उन्होंने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है। कहा कि बच्चों को मुख्य धारा में लाने की हर संभव कोशिश भी की जाएगी।
बलग ग्रामसभा में भी उठा मुद्दा
बलग पंचायत की ग्राम सभा में इस मुद्दे को लेकर सदस्य अलग दिखाई दिए। जहां कुछ सदस्य बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित दिखे तो कुछ देवी-देवताओं को लेकर की गई टिप्पणी से खासे नाराज दिखे। पंचायत सदस्य दिनेश ने प्रशासन से इस घटना के पीछे किसी बढ़ी साजिश का अंदेशा जताते हुए इसकी जांच करने का आग्रह भी किया। वहीं, प्रधान हरनाम कंवर ने देवी-देवताओं पर की टिप्पणी को गलत ठहराया।