बच्चों पर नजर रखें अभिभावक और अध्यापक
विद्यार्थियों को राष्ट्रभक्त और संस्कार संपन्न बनाने के लिए केवल अध्याप
जागरण संवाददाता, शिमला : विद्यार्थियों को राष्ट्रभक्त और संस्कार संपन्न बनाने के लिए केवल अध्यापक वर्ग ही नहीं बल्कि माता-पिता की भी अहम भूमिका है। वर्तमान परिपेक्ष्य में अभिभावकों को अपने बच्चों के प्रत्येक क्रिया-कलाप पर कड़ी नजर रखने की आवश्यकता है। यह विचार रविवार को कृषि, सूचना प्रौद्योगिकी एवं जनजातीय मंत्री रामलाल मार्कंडेय ने गेयटी थियेटर में राष्ट्रीय विद्या केंद्र कसुम्पटी के वार्षिक उत्सव में व्यक्त किए।
मार्कंडेय ने कहा कि शिक्षा से व्यक्ति का सर्वागीण विकास होता है, इसलिए अध्यापकों और अभिभावकों का दायित्व है कि बच्चों को ऐसी शिक्षा प्रदान की जाए, जिससे वह देश के निर्माण में अपना दायित्व पूर्ण कर सके। सरकार द्वारा शिक्षा के विकास के लिए विभिन्न योजनाएं आरंभ की गई हैं, जिससे शिक्षा में गुणात्मक परिवर्तन संभव है।
बच्चों को घर-द्वार पर आधार कार्ड बनाने की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए प्रदेश के 800 आगनबाड़ी केंद्रों तथा 250 अस्पतालों में टेबलेट प्रदान किए गए हैं। सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों को आधार कार्ड बनाने की सुविधा प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग निजी स्कूलों को भी माग के अनुरूप आधार कार्ड बनाने की सुविधा उपलब्ध करवाने का प्रावधान है। समाज में बढ़ रहे नशे से युवाओं को दूर रखने के लिए अभिभावक व समाज के प्रत्येक नागरिक को सचेत रहने की आवश्यकता है।
स्कूल की प्रधानाचार्य सुनिता चौहान ने विद्यालय के शैक्षणिक व अन्य गतिविधियों की जानकारी दी। इस दौरान विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। विद्यार्थियों ने नाटक का मंचन भी किया। मंत्री ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन के लिए 21 हजार रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय विद्या केंद्र कसुम्पटी में स्मार्ट कक्षाएं जल्द ही आरंभ की जाएंगी। उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा केरल त्रासदी के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में 15 हजार रुपये देने के लिए आभार प्रकट किया। इस अवसर पर स्कूल कार्यकारिणी के निदेशक विनोद कुमार, सुरेश शर्मा, सावित्री, बीना पाक्टा आदि मौजूद रहीं।