निजी शिक्षण संस्थानों की लापरवाही विद्यार्थियों पर पड़ सकती है भारी
प्रदेश के निजी शिक्षण संस्थानों की लापरवाही सैकड़ों विद्यार्थियों
जागरण संवाददाता, शिमला : प्रदेश के निजी शिक्षण संस्थानों की लापरवाही सैकड़ों विद्यार्थियों पर भारी पड़ सकती है। इन विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति से वंचित रहना पड़ सकता है। शिक्षा विभाग के निर्देशों के बावजूद कई निजी शिक्षण संस्थानों ने अभी तक नेशनल छात्रवृत्ति पोर्टल (एनएसपी) पर पंजीकरण ही नहीं करवाया है। इनमें निजी स्कूल, कॉलेज और कुछ विश्वविद्यालय शामिल हैं।
इनमें ज्यादातर वे संस्थान हैं, जो नए खुले हैं। शिक्षा निदेशालय ने पिछले माह सर्कुलर भी जारी किया था। बावजूद इसके अभी तक पंजीकरण करवाने में रुचि नहीं दिखाई है। अतिरिक्त शिक्षा निदेशक राकेश भारद्वाज की ओर सभी संस्थानों को दोबारा सर्कुलर जारी किया है। इसमें कहा है कि 15 अगस्त तक सभी संस्थान एनएसपी पर पंजीकरण करवाएं। शिक्षा विभाग एचपी ई पास से छात्रवृत्ति के किसी भी आवेदन को स्वीकार नहीं करेगा। यदि कोई छात्रवृत्ति से वंचित रहता है तो यह संबंधित संस्थान की गलती मानी जाएगी और उसके लिए वही दोषी होगा। 250 करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले के बाद विभाग ने एचपी ई पास पोर्टल को बंद कर दिया था।
अतिरिक्त निदेशक उच्चतर शिक्षा राकेश भारद्वाज ने बताया कि कई संस्थानों ने अभी तक पंजीकरण नहीं करवाया है। दोबारा निर्देश जारी किए हैं।