बारिश ने थामी रफ्तार, दो हजार बस रूट प्रभावित
हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) को किराये के तौर पर एक दिन में ही करीब एक करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
शिमला, राज्य ब्यूरो। आसमान से बरसी आफत के कारण सोमवार को प्रदेश में कई बसों के पहिये भी थम गए। भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन से करीब दो हजार बसों के रूट प्रभावित हुए। इनमें से आधे दिन बस रूट पूरी तरह बंद रहे। इससे हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) को किराये के तौर पर एक दिन में ही करीब एक करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। प्रदेश में 2768 बस रूट हैं। प्रदेश में कई जगह बसें सड़क में ही धंस गई।
गनीमत रही कि कहीं कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। निगम ने बस चालकों के लिए एडवायजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि वे किसी प्रकार का खतरा मोल न लें। अगर सड़क पर फिसलन हो तो उस रूट पर बस न चलाएं। अपनी और यात्रियों की जान खतरे में न डालें। परेशान हुए यात्री सोमवार सुबह से बारिश के कारण यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जिन रूट पर बसें नहीं चलीं, उनमें लोग यात्रा नहीं कर पाए। जहां रूट बीच में ही बंद हो गए, वहां यात्रियों को पैदल सफर करना पड़ा। कई जिलों में नहीं चली बसें सोमवार सुबह कई जिलों में बसें नहीं चलीं। कई बस रूट प्रभावित हुए। दोपहर बाद कई जगह यातायात बहाल हो गया था।
पंकज सिंगला, डीएम (ट्रैफिक), एचआरटीसी
923 सड़कें बंद, लोक निर्माण विभाग को 460 करोड़ का नुकसान
मूसलधार बारिश से हुए भूस्खलन के कारण सोमवार को प्रदेश में 923 सड़कें बंद हो गई। लोक निर्माण विभाग का दावा है कि इनमें से 398 सड़कें चौबीस घंटों के भीतर यातायात के लिए खोल दी जाएंगी। इस बार बरसात में लोक निर्माण विभाग को अब तक 460 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। विभाग 624 जेसीबी, डोजर व टिप्पर से बंद सड़कों पर यातायात बहाल कर रहा है। फील्ड स्टाफ का अवकाश पहले ही बंद है। उनका अवकाश बरसात तक बंद रहेगा। बीस हजार से अधिक फील्ड स्टाफ मुस्तैदी से कार्यरत है। सोमवार को शिमला जोन में 323 सड़कें, मंडी जोन में 255 सड़कें, हमीरपुर जेान में 164 सड़कें और कांगड़ा जोन में 151 सड़कें बंद रहीं।