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रामपुर के पास फिर धंसने लगा एनएच पांच

ने केवल मिट्टी भर कर यहां पर खानापूर्ति कर दी और मौजूदा समय में अब फिर वही स्थिति पैदा हो गई है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 14 Mar 2019 08:13 PM (IST)Updated: Thu, 14 Mar 2019 08:13 PM (IST)
रामपुर के पास फिर धंसने लगा एनएच पांच
रामपुर के पास फिर धंसने लगा एनएच पांच

संवाद सहयोगी, रामपुर बुशहर : भारत-तिब्बत सीमा को जोड़ने वाला राजमार्ग पांच रामपुर के समीप चूहाबाग में एक बार फिर से धंसने लगा है। यह स्थिति 11 वर्ष पहले उत्पन्न हुई थी और सड़क के धंसने से खतरा पैदा हुआ था। यदि समय रहते सड़क का रखरखाव नहीं किया गया और धंसने का यह ही क्रम जारी रहा तो भारत-तिब्बत सीमा को जोड़ने वाले अति महत्वपूर्ण एनएच पर संकट खड़ा हो सकता है। इसके साथ ही आसपास के घरों पर भी खतरा पैदा हो गया है।

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चूहाबाग के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग का करीब 100 मीटर का हिस्सा धंसता जा रहा है और यहां पर सड़क से नीचे की ओर भू-स्खलन की चपेट में आ सकती है। इसके कारण एनएच सहित आसपास बने घरों को खतरा पैदा हो गया है। सड़क से जिला शिमला का पंद्रह बीश, सराहन, ज्यूरी के अलावा जिला किन्नौर व स्पीति को जोड़ने वाली यह एकमात्र सड़क है। स्थानीय लोगों का मानना है कि यदि सड़क को धंसने से नहीं रोका गया और इसके लिए जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए तो काफी नुकसान हो सकता है। चूहाबाग निवासी प्रताप, अमरेंद्र शैली, राजू मेहता, साधु, निर्मल, चेतन्य गुप्ता, मीनाक्षी, हैप्पी, हसीना बेगम, राजकुमार, ताहिर हुसैन, नाजिर हुसैन, खलील अहमद ने कहा कि 11 वर्ष पहले जब यहां पर भूस्खलन वाली स्थिति पैदा हुई थी तब यहां पर क्रैट वॉल लगाने की बात हुई थी, लेकिन विभाग ने केवल मिट्टी भर कर यहां पर खानापूर्ति कर दी और मौजूदा समय में अब फिर वही स्थिति पैदा हो गई है। लोगों का कहना है कि जिस जगह पर एनएच का धंसना शुरू हुआ है, वहां पर 2008 में पहली बार भूस्खलन हुआ था, जिससे न केवल एनएच अपनी जगह से करीब 50 मीटर नीचे धंसा बल्कि छह मकानों को भी खाली करवाया गया था। उस समय वन विभाग ने सुझाव दिया था कि सतलुज नदी की तरफ से क्रैट वॉल लगाए जाएंगी, लेकिन आजतक उस बारे में कोई बात नहीं की गई और स्थिति फिर वही बन गई है।

एक्सईएन प्रकाश चंद नेगी ने बताया कि धंसे हुए स्थान को जल्द ठीक किया जाएगा। साथ ही इस धंस रहे प्वाइंट की जांच करने के लिए मौके पर भू वैज्ञानिकों को बुलाया जाएगा।


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