मानदेय रोकने पर रेजिडेंट डॉक्टरों ने दी हड़ताल की चेतावनी
शिमला के आईजीएमसी में रेजिडेंट डॉक्टरों का मानदेय रोकने के आए निर्देशों से भड़की रेजिडेंट्स डॉक्टर्स एसोसिएशन ने हड़ताल की चेतावनी जारी कर दी है।
जागरण संवाददाता, शिमला : रेजिडेंट डॉक्टरों का मानदेय रोकने के निर्देश पर आइजीएमसी में रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने हड़ताल की चेतावनी दी है। वहीं, आइजीएमसी में सोमवार को काले बिल्ले लगाकर काम किया। आइजीएमसी रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन का हिमाचल मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन, यूनाइटेड रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने भी समर्थन किया है। इस दौरान आइजीएमसी और केएनएच में करीब 200 रेजिडेंट चिकित्सकों ने काले बिल्ले लगाकर काम किया।
सरकार ने बैंक गारंटी न देने पर आइजीएमसी और टांडा मेडिकल कॉलेज में तैनात करीब 250 आरडीए चिकित्सकों का मानदेय रोक दिया था। सरकार ने कहा है कि जब तक यह तय बैंक गारंटी जमा नहीं करवाते मानदेय जारी नहीं किया जाएगा, जबकि आरडीए पहले ही बैंक गारंटी का विरोध करती आ रही है। एसोसिएशन का कहना है कि वह बैंक गारंटी नहीं दे सकते, क्योंकि यह काफी ज्यादा है। चिकित्सकों का कहना है कि एक सप्ताह तक वह काले बिल्ले लगाकर प्रदर्शन करेंगे, यदि सरकार ने फिर भी उनकी मांगें नहीं मानी तो वे हड़ताल पर जा सकते हैं, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी। आइजीएमसी रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. अजय जरियाल का कहना है कि बैंक गारंटी के मामले में वह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से अब तक आठ बार मिल चुके हैं, लेकिन केवल आश्वासन ही मिले हैं। उन्होंने कहा कि सरकार रेजिडेंट डॉक्टरों को गुमराह कर रही है। एक साल से न तो बैंक गारंटी खत्म की गई और न ही उनकी कोई अन्य मांग पूरी हो पाई है। ऐसे अब डॉक्टरों का मानदेय रोक दिया है, जोकि डॉक्टरों के साथ अन्याय है।