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डेढ़ वर्ष पहले सुक्खू को हटाते तो सरकार कांग्रेस की होती: वीरभद्र सिंह

पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि अगर पहले ही सुक्खू को प्रदेशाध्यक्ष पद से हटा दिया होता तो हिमाचल में कांग्रेस की सरकार होती।

By Edited By: Published: Fri, 11 Jan 2019 06:37 PM (IST)Updated: Sat, 12 Jan 2019 03:01 AM (IST)
डेढ़ वर्ष पहले सुक्खू को हटाते तो सरकार कांग्रेस की होती: वीरभद्र सिंह
डेढ़ वर्ष पहले सुक्खू को हटाते तो सरकार कांग्रेस की होती: वीरभद्र सिंह

शिमला, राज्य ब्यूरो। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि हाईकमान ने डेढ़ वर्ष पहले सुखविंदर सुक्खू को प्रदेशाध्यक्ष पद से हटाया होता तो हिमाचल में भाजपा नहीं, कांग्रेस की सरकार होती। सुक्खू को हटाना देर से उठाया सही कदम है। सुक्खू ने हमेशा तानाशाही रवैया अपनाया और कांग्रेस को कमजोर किया। वह कभी किसी की राय नहीं लेते थे। इससे कांग्रेस छह साल में पिछड़ गई। वैसे भी छह वर्ष हो गए थे तो उन्हें हटना ही था।

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वीरभद्र सिंह ने शिमला स्थित निजी आवास होलीलॉज में कहा कि सुक्खू के अध्यक्ष बनने के बाद प्रदेश में जितने भी चुनाव हुए, वे सभी कांग्रेस ने हारे। उनके अध्यक्ष बनने के बाद वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को सभी चारों सीटों पर हार मिली। हमीरपुर जिले में हुए हुए उपचुनाव में कांग्रेस हारी। पूर्व भाजपा विधायक ईश्वर दास धीमान का निधन हो जाने के बाद भोरंज में हुए उपचुनाव में कांग्रेस की हार हुई। नगर निगम शिमला के चुनाव में भी पार्टी को हार मिली।

विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 21 सीटों पर पहुंच गई। मुश्किल है मंडी लोकसभा सीट जीतना वीरभद्र ¨सह ने कहा कि मंडी लोकसभा सीट जीतना बहुत मुश्किल है। हालांकि ऐसा भी नहीं है कि यह सीट जीती नहीं जा सकती क्योंकि एकजुटता से कुछ भी किया जा सकता है। मंडी मुख्यमंत्री का गृह जिला भी है। हाईकमान जिसे टिकट देना चाहे दे। कांग्रेस की जीत के लिए हर संभव प्रयास रहेगा। जहां राम का जन्म हुआ, वहीं बने मंदिर राम मंदिर के लिए कांग्रेस नेता अलग-अलग राय दे रहे हैं।

वहीं, वीरभद्र सिंह ने कहा कि जहां भगवान श्रीराम का जन्म हुआ, वहीं मंदिर बनना चाहिए। मुस्लिमों को भी अपना देशप्रेम राम मंदिर बनवाने में योगदान देकर दिखाना चाहिए। हिंदुओं को भी नम्रता के साथ इस मामले का समाधान करना चाहिए। अयोध्या से इतिहास जुड़ा है। राममंदिर राजनीति का आधार नहीं होना चाहिए। इससे लाखों लोगों की संवेदनाएं जुड़ी हैं। राठौर को नहीं दूंगा बिना मांगे सलाह वीरभद्र सिंह ने कहा कि कुलदीप ¨सह राठौर को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष की कमान सौंपना पार्टी के लिए बेहतर है। जब तक वह भी सलाह नहीं मांगेंगे, सलाह नहीं दूंगा। वह सहयोग की आशा करेंगे तो हर तरह के सहयोग के लिए तैयार हूं।

कांग्रेस का सिपाही रहा हूं। कांग्रेस को मजबूत करने के लिए हर संभव प्रयास करता रहूंगा। युवा बनकर करूंगा चुनावी जनसभाएं बकौल वीरभद्र सिंह, जब-जब चुनाव आते हैं, मैं युवा बन जाता हूं। मैं पहली पंक्ति में खड़ा रहता हूं। इस बार भी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को जिताने के लिए हर क्षेत्र में चुनावी जनसभा करूंगा। बधाई देने वालों का तांता वीरभद्र सिंह ने सुखविंदर सुक्खू के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ था। यही कारण रहा कि शुक्रवार को वीरभद्र सिंह को बधाई देने वालों का तांता लगा रहा।


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