सरवीण के जवाब से विपक्ष असंतुष्ट, बुढ़ापा पेंशन पर हुई नोकझोंक
बुढ़ापा पेंशन पर मंगलवार को सदन में नोकझोंक हुई। भाजपा विधायक रमेश धवाला ने यह मामला उठाया।
राज्य ब्यूरो, शिमला : बुढ़ापा पेंशन पर मंगलवार को सदन में नोकझोंक हुई। भाजपा विधायक रमेश धवाला ने भी सत्ता पक्ष के लिए असहज परिस्थितियां पैदा कर दीं। शहरी विकास मंत्री सरवीण चौधरी के जवाब से विपक्ष संतुष्ट नहीं हुआ। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री राजीव सैजल की जगह वह जवाब दे रही थीं। सैजल ने जवाब देने के लिए सरवीण को अधिकृत किया था।
बात बिगड़ती देख विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल को सरवीण चौधरी से कहना पड़ा, 'आप शांत हो जाइए'। आखिरकार वरिष्ठ मंत्री महेंद्र सिंह को मोर्चा संभालना पड़ा। भाजपा विधायक रमेश धवाला ने पूछा कि बुढ़ापा पेंशन के मानक क्या हैं? क्या इन्हें तय करने की जिम्मेदारी पंचायतों के हवाले नहीं की जानी चाहिए? कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष एवं विधायक सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि जो सवाल धवाला ने उठाया, वही सवाल हमारा भी है। मंत्री ने कहा कि पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर बुढ़ापा पेंशन मिलती है। बुढ़ापा पेंशन के 22378 मामले लंबित हैं। विपक्ष के सदस्यों के शोर मचाने पर उन्होंने कहा कि क्यों तकलीफ में हैं? आप सुनिए। आपको क्या समझ नहीं आ रहा है? इससे कांग्रेस के कई विधायक खड़े हो गए। उनकी मंत्री के साथ नोकझोंक हो गई। उम्र 70 साल होने पर सबको मिलेगी बुढ़ापा पेंशन
सरवीण चौधरी के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष को शांत करने की जिम्मेदारी महेंद्र सिंह ने संभाली। मुख्यमंत्री की गैरमौजूदगी में वह सदन में बड़ी भूमिका में रहे। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने पेंशन पर शंका पैदा की है। जिन बुजुर्गो की उम्र 70 साल हो गई है, उन सभी को बुढ़ापा पेंशन मिलेगी। इस संबंध में जयराम सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। इसमें धन की कमी नहीं आने दी जाएगी। बच्चा-बच्चा नहीं, बूढ़ा-बूढ़ा खुश
भाजपा विधायक रमेश धवाला ने सवाल उठाया कि 70 वर्ष की आयु पूरी कर चुके कितने बुजुर्गो ने बुढ़ापा पेंशन के लिए आवेदन किया है। इनमें से कितने मामले स्वीकृत हुए और कितने लंबित हैं? उन्होंने कहा कि इससे बच्चा-बच्चा खुश है। इस पर मंत्री सरवीण चौधरी ने कहा कि बच्चा-बच्चा नहीं, बूढ़ा-बूढ़ा खुश है। इस पर सदन में हंसी के ठहाके लगे। बुढ़ापा पेंशन चाहिए तो बंधन नहीं वार्षिक आय
बुढ़ापा पेंशन लेने के लिए वार्षिक आय का बंधन नहीं है। 70 साल की उम्र पूरी होने पर इसके लिए आवेदन किया जा सकता है। औपचारिकताएं पंचायतों के माध्यम से भी पूरी की जा सकती हैं। विधायक रमेश धवाला के सवाल के जवाब में शहरी विकास मंत्री सरवीण चौधरी ने कहा कि सरकार ने बुजुर्गो के सम्मान के लिए आय की शर्त नहीं रखी है। बुढ़ापा पेंशन 1300 रुपये मासिक मिलती है। बुढ़ापा पेंशन के आवेदन
जिला,आवेदन,स्वीकृत,लंबित
बिलासपुर,4147,424,3723
चंबा,933,923,10
हमीरपुर,4147,2909,1832
कांगड़ा,8532,4150,4382
कुल्लू,1828,530,1298
मंडी,6277,3900,2377
शिमला,4287,1610,2677
सिरमौर,1436,557,879
सोलन,3316,1114,2202
ऊना,4239,1765,2474
किन्नौर,403,64,339
लाहुल,220,35,185
कुल,40359,17981,22378