कागजों से बाहर नहीं निकले एनएच
हिमाचल में हवाई व रेल सेवाओं का विस्तार बहुत कम हुआ है।
रमेश सिंगटा, शिमला
हिमाचल में हवाई व रेल सेवाओं का विस्तार बहुत कम हुआ है। अब सरकार का पूरा ध्यान सड़क सेवाएं सुधारने की ओर है। प्रदेश में प्रस्तावित 70 राष्ट्रीय राजमार्ग लक्ष्य से 4429 किलोमीटर दूर हैं। इसकी वजह यह है कि इनका निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। इन्हें धरातल पर उतारने में कई साल लगेंगे लेकिन कागजी औपचारिकताएं तेज गति से चल रही हैं।
प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गो के निर्माण पर 70 हजार करोड़ की लागत आएगी। हालांकि वास्तविक लागत का पता डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार हो जाने पर ही चलेगा। डीपीआर के लिए कंसलटेंट की सेवाएं ली गई हैं। इनकी प्रगति की राज्य सरकार लगातार समीक्षा कर रही है। जैसे ही औपचारिकताएं पूरी हो जाएंगी, केंद्र से धनवर्षा शुरू होगी। निर्माण का सारा खर्च केंद्र वहन करेगा। भू अधिग्रहण में आने वाला खर्च भी इसमें शामिल होगा। सड़कें हिमाचल को मिलेंगी और धन केंद्र देगा। सड़कें बेहतर होने के बाद राज्य में पर्यटकों की आमद और बढ़ेगी। विदेशी पर्यटक भी प्रदेश की ओर आकर्षित होंगे। हिमाचल के लिए 69 राष्ट्रीय राजमार्ग गत विधानसभा चुनाव से पूर्व घोषित हुए थे। तब इसका ऐलान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया था। इससे पहले कभी इतनी बड़ी तादाद में एनएच घोषित नहीं हुए। पूर्व में एक या दो सड़कों को ही अपग्रेड कर एनएच बनाया जाता था। अब 69 एनएच में से एक का भी निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। हाल ही में कुल्लू जिले के लिए आनी क्षेत्र में एक और एनएच केंद्र ने घोषित किया है। तीन साल में चार राष्ट्रीय राजमार्ग
केंद्र सरकार ने प्रदेश के लिए तीन साल में चार राष्ट्रीय राजमार्ग स्वीकृत किए हैं। इन राष्ट्रीय राजमार्गो पर चल रहे कार्यो के लिए 51.46 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। चार राष्ट्रीय राजमार्गो में से दो की डीपीआर बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसमें से एक मार्ग पवारी से रिकांगपिओ-कल्पा 17 किलोमीटर के लिए 28.37 करोड़ रुपये सुदृढि़करण के लिए स्वीकृत किए गए हैं। इसमें कार्य आवंटन कर काम शुरू कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त नाहन से कुमारहट्टी (78 किलोमीटर) और एनएच-ऊना-बड़सर-भोटा की मरम्मत के लिए क्रमश: 13.40 करोड़ रुपये व 9.69 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। इन दोनों कार्यो का आवंटन भी कर दिया गया है। एनएच का सूरत-ए-हाल
केंद्र ने अभी तक 70 एनएच को सैद्धांतिक स्वीकृति दी है। हालांकि अंतिम स्वीकृति मिलनी शेष है।
-सैद्धांतिक मंजूरी वाले एनएच 70
-69 एनएच की प्रस्तावित लंबाई 4312 किलोमीटर
-एक एनएच की लंबाई 117 किलोमीटर
-लोक निर्माण विभाग कितने एनएच की डीपीआर बनाएगा 63
- 63 एन की लंबाई 4031 किलोमीटर
- स्वीकार्य पत्र जारी किए 57 एनएच, लंबाई 3610 किलोमीटर
-छंटनी की प्रक्रिया वाले एनएच 25, लंबाई 1527 किलोमीटर
इंसेप्शन रिपोर्ट स्वीकृति, 28 सड़कें, लंबाई 1847 किलोमीटर
अलाइनमेंट रिपोर्ट की छंटनी वाले एनएच, 35 सड़कें,लंबाई 211 किलोमीटर
केंद्र को भेजी गई अलाइनमेंट रिपोर्ट,2 एनएच,लंबाई 332 किलोमीटर
पूरी की जा रही औपचारिकताएं
प्रदेश सरकार 70 एनएच का जल्द निर्माण करवाना चाहती है। इसके लिए औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। डीपीआर तैयार करने की प्रक्रिया चल रही है। इसके पूरा होते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बीएस चौहान, एसई, एनएच, पीडब्ल्यूडी