औषधीय पौधों को नष्ट करना होगा खतरनाक
हिमाचल प्रदेश विज्ञान प्रौद्योगिकी और पर्यावरण परिषद ने अंर्तराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस का आयोजन किया।
जागरण संवाददाता, शिमला : हिमाचल प्रदेश विज्ञान प्रौद्योगिकी और पर्यावरण परिषद ने अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस का आयोजन किया। इस वर्ष का विषय हमारा समाधान प्रकृति में है रखा गया था। परिषद के संयुक्त सदस्य सचिव निशांत ठाकुर ने बताया कि यह अवसर हमारे आस-पास की जैव विविधता के संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने का अच्छा प्रयास है। उन्होंने संरक्षण के उपाय करने के लिए विशेषज्ञों और राज्य जैव विविधता बोर्ड के साथ वेबिनार के आयोजन के प्रयासों की सरहाना की।
आयुर्वेद विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. राखी सिंह बताया कि आयुर्वेद बीमारियों को रोकने में कारगर साबित हो रहा है। औषधीय पौधों को बड़ी तेजी से नष्ट किया जा रहा है, जो आने वाले समय में खतरनाक साबित हो सकता है।