तेल के खेल में मालामाल हुई सरकार, खाद्य एवं आपूर्ति निगम को ढाई करोड़ का मुनाफा
खाद्य एवं आपूर्ति निगम द्वारा रिफाइंड व सरसों तेल के दोबारा टेंडर से निगम को करीब ढाई करोड़ रुपये का मुनाफा होगा।
शिमला, यादवेन्द्र शर्मा। हिमाचल प्रदेश के 18 लाख राशनकार्ड धारकों को अब कारगिल मल्टीनेशनल कंपनी का रिफाइंड तेल राशन डिपुओं में मिलेगा। खाद्य एवं आपूर्ति निगम द्वारा रिफाइंड व सरसों तेल के दोबारा टेंडर किए गए। इससे निगम को तीन महीने के तेल की सप्लाई में करीब ढाई करोड़ रुपये का मुनाफा होगा। सरसों तेल और रिफाइंड की आपूर्ति के लिए निविदाएं खोल दी गई हैं। रिफाइंड तेल के लिए सबसे कम दाम कारगिल मल्टीनेशनल कंपनी ने दिए हैं।
सरसों तेल के लिए गोकुल व शक्ति इंडस्ट्री ने कम दाम दिए हैं। ये दोनों कंपनियां सरसों तेल की आपूर्ति करेंगी। राशन डिपो में सस्ते तेल की आपूर्ति करने को लेकर सरकार को मंजूरी के लिए प्रस्ताव भेज दिया गया है।सरकार से मंजूरी मिलने के बाद राशन डिपो में सरसों व रिफाइंड तेल की आपूर्ति शुरू हो जाएगी। प्रदेश में हर महीने 31 लाख लीटर तेल की आपूर्ति होती है।
इसमें से 26 लाख लीटर सरसों तेल और पांच लाख लीटर रिफाइंड तेल की आपूर्ति की जाती है। पूर्व में राशन डिपो में तेल की आपूर्ति कर रही निजी कंपनी ने बाजार में तेल के दाम बढ़ने पर दोबारा टेंडर करवाने के लिए कहा था। तेल के टेंडर तीन महीने की आपूर्ति के लिए किए गए हैं।
इससे तीन माह तक उपभोक्ताओं को तेल की कमी नहीं रहेगी और समय पर तेल की आपूर्ति हो जाएगी।
राशनकार्ड धारकों को अभी जुलाई से बैकलॉग कोटा दिया जाना है। राशनकार्ड धारकों को पहले सरसों व
रिफाइंड दोनों में से कोई भी एक तेल दिया जा रहा था।