ऊपरी शिमला में यातायात प्रभावित
पिछले कई वर्षों के बाद फरवरी माह में इतना अधिक हिमपात हुआ जिसे बागवानों और किसानों के लिए उपयोगी बताया जा रहा है।
संवाद सूत्र, ठियोग : बर्फबारी के बाद एनएच पांच, ठियोग-नारकंडा, खड़ा-पत्थर सहित संपर्क मार्ग बंद रहने से ऊपरी शिमला में दूसरे दिन भी जनजीवन ठप रहा। वीरवार रात ठियोग में करीब एक फीट, फागू और कुफरी में डेढ़ फीट, नारकंडा, खड़ा-पत्थर में डेढ़ फीट बर्फ गिरने के कारण लोग घरों में दुबकने को मजबूर रहे। शिमला-ठियोग एनएच पांच पर शुक्रवार को विभाग ने बर्फ हटाने का प्रयास किया, लेकिन सड़क को यातायात के लिए खोला नहीं जा सका। शनिवार सुबह से विभाग द्वारा मशीनें लगाकर सड़क खोलने का प्रयास किया जा रहा है। कर्मचारी फागू से कुफरी के बीच फिसलन वाली जगहों पर रेत बिछा रहे हैं, लेकिन यातायात सुचारू न होने के कारण जरूरी काम के लिए लोगों को पैदल आना-जाना पड़ रहा है। ठियोग से चौपाल, नारकंडा, खड़ा-पत्थर सड़कों पर यातायात बंद रहा। लोक निर्माण विभाग द्वारा उपमंडल के संपर्क मार्गो चियोग, धमांदरी, पटिनल, शिलारू, मतियाना, कन्दरू, सैंज सहित विभिन्न सड़कों को खोलने का प्रयास किया जा रहा है। दूध, दही, ब्रेड के वाहन ठियोग न पहुंचने के कारण लोगों को परेशानी हुई।
कई वर्षो बाद फरवरी में इतना अधिक हिमपात हुआ, जिसे बागवानों और किसानों के लिए उपयोगी बताया जा रहा है। तापमान कम होने से सेब के लिए जरूरी चिलिंग आवर्स भी पूरे होने की आस जगी है। पिछले वर्ष पर्याप्त बर्फबारी न होने से चिलिंग आवर्स पूरे नहीं हुए थे। इसके बाद बारिश और ओलावृष्टि से काफी नुकसान हुआ था।