पुलिस के आठ सुझाव मानें, ऑनलाइन ठगी से बचें
राज्य ब्यूरो, शिमला : ऑनलाइन ठगी के मामलों को देखते हुए प्रदेश पुलिस ने एडवाइजरी जारी क
राज्य ब्यूरो, शिमला : ऑनलाइन ठगी के मामलों को देखते हुए प्रदेश पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है। पुलिस ने कहा है कि ऑनलाइन ठगी समाज विरोधी तत्वों द्वारा बैंक खाते का सत्यापन, नवीनीकरण, एटीएम कार्ड बंद होने, लॉटरी लगने, अत्याधिक ब्याज दर या धन दोगुना करने वाली स्कीमों का झांसा देकर की जा रही है। ऐसे मामलों में सावधानी से बचा जा सकता है।
ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए पुलिस विभाग ने आठ सुझाव दिए हैं। इस संबंध में लोगों को कार्यशाला में जानकारी देने के साथ घर-घर जाकर जागरूक किया जाएगा। इसके अलावा स्कूलों और कॉलेजों में विद्यार्थियों को जानकारी दी जाएगी जिससे वे अपने घरों में परिजनों को इस संबंध में जागरुक कर सकें।
पुलिस ने ये दिए सुझाव
1. यदि कोई व्यक्ति फोन पर आपके बैंक खाते का सत्यापन या नवीनीकरण करने या एटीएम कार्ड बंद होने के बहाने से बैंक से संबंधित कोई जानकारी मागे तो उसे इस संबंध में कुछ न बताएं। कोई भी बैंक फोन पर ग्राहकों से ऐसी सूचना नहीं मागता है।
2. अपने एटीएम कार्ड का पिन व एटीएम कार्ड पर्स में न रखें। अपना एटीएम कार्ड पैसे निकालने के लिए किसी दूसरे व्यक्ति को न दें। न ही किसी अनजान व्यक्ति से पैसे निकालने के लिए मदद लें।
3. मोबाइल फोन पर आने वाली कॉल के उत्तर में किसी भी व्यक्ति को अपने एटीएम बैंक एकाउंट व ओटीपी की जानकारी न दें।
4. मोबाइल व कंप्यूटर पर लॉटरी की झूठी कॉल के झासे में न आएं। इस संबंध में किसी भी लिंक पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा न करें।
5 .इंटरनेट व समाचार पत्रों के विज्ञापन में प्रकाशित होने वाली ऐसी स्कीमों जिसमें अत्यधिक ब्याज दर देने व धन दोगुना करने का प्रलोभन दिया गया हो, इसके झासे में न आएं।
6. कोई भी इंश्योरेंस एजेंट, कस्टम अधिकारी, एयरपोर्ट अधिकारी, चिट फंड अधिकारी, म्यूचुअल फंड अधिकारी, एलआइसी एजेंट, आयकर अधिकारी, आरबीआइ अधिकारी आदि बनकर मोबाइल फोन या मैसेज द्वारा आपको प्रलोभन दे तो नजदीकी थाना या चौंकी को सूचित करें।
7 किसी भी अनजान व्यक्ति से फेसबुक या वाट्सएप पर व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।
8. किसी अनजान व्यक्ति द्वारा विदेश भेजने से संबंधित आश्वासन पर विश्वास न करें। उस व्यक्ति के संबंध में पूरी जानकारी प्राप्त करें व जरूरत हो तो पुलिस से सहायता लें।