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हिमाचल ने इस बार कम फोड़े पटाखे

राज्य ब्यूरो, शिमला : प्रदेश के लोग पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक हुए हैं। इस बार दिवाली पर

By JagranEdited By: Published: Thu, 08 Nov 2018 06:42 PM (IST)Updated: Thu, 08 Nov 2018 06:42 PM (IST)
हिमाचल ने इस बार कम फोड़े पटाखे
हिमाचल ने इस बार कम फोड़े पटाखे

राज्य ब्यूरो, शिमला : प्रदेश के लोग पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक हुए हैं। इस बार दिवाली पर पिछले वर्ष की तुलना में कम पटाखे फोड़े गए। परिणामस्वरूप इस बार दिवाली त्योहार के दौरान प्रदूषण का स्तर कम रहा और हवा की गुणवत्ता भी संतोषजनक रही। हालांकि दिवाली की रात प्रदूषण के स्तर का आकलन किया जा रहा है। लेकिन राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की मानें तो लोग पर्यावरण के प्रति अधिक जागरूक हुए हैं।

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वहीं, पटाखों में मौजूद धातु के अंश का पता लगाने के लिए बोर्ड ने तीन सैंपल चंडीगढ़ प्रयोगशाला को भेजे हैं। दिवाली से पहले व बाद में प्रदेश के शहरों में वातावरण में कितना बदलाव आया है व आतिशबाजी के बाद शहरों में प्रदूषण के स्तर का पता लगाया जा रहा है। बोर्ड ने प्रदेश के सभी प्रमुख शहरों में हवा की गुणवत्ता का पता लगाने के लिए यंत्र स्थापित किए हैं।

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छोटी दिवाली पर घटा प्रदूषण

इस बार छोटी दिवाली पर शिमला शहर में प्रदूषण का स्तर घटा है। पीएम-10 इस बार 100 माइक्रोग्राम की अपेक्षा 53.3 रहा। इसी तरह पीएम-टू 60 माइक्रोग्राम की तुलना में 38.0 रहा।

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लगातार कम हो रहा प्रदूषण

शिमला में 2016 में दिवाली पर रेस्पिरेबल सस्पेंडिड पार्टिकुलेट मैटर (आरएसपीएम) का स्तर 107 था। 2017 में आरएसपीएम घटकर 78 रहा था।

-परवाणू में 2016 में 379 आरएसपीएम, जबकि 2017 में 78 था।

-डमटाल में 2016 में 89 आरएसपीएम, जबकि 2017 में 67 था।

-धर्मशाला में आरएसपीएम का स्तर 2016 में 75 था, जबकि 2017 में 48 दर्ज किया गया था।

-मनाली में 2016 में आरएसपीएम 133, जबकि 2017 में 69 था।

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क्या होता है आरएसपीएम

रेस्पिरेबल सस्पेंडिड पार्टिकुलेट मैटर (आरएसपीएम) ये हवा में विद्यमान बहुत ही जहरीले कण होते हैं। ये शरीर के लिए हानिकारक होते हैं। इनसे फेफड़ों की क्रियाशीलता प्रभावित होती है। आरएसपीएम की वजह से अस्थमा, डिप्रेशन, बेचैनी जैसे रोगों की समस्या हो जाती है।

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हवा में प्रदूषण के स्तर को इस बार 17 दिन से लगातार मॉनिटर किया जा रहा है। इस बार त्योहार सीजन में प्रदूषण का स्तर पिछले सालों की तुलना में अपेक्षाकृत कम रहा है। छोटी दिवाली पर प्रदूषण का स्तर कम रहा है, लेकिन दिवाली की रिपोर्ट दो दिन के भीतर आ जाएगी।

-आरके पुरुथी, सदस्य सचिव, राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड।

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शिमला बस स्टैंड में क्या रही स्थिति

दिनांक,आरएसपीएम

31 अक्टूबर,56.3

1 नवंबर,59.0

2 नवंबर,48.3

3 नवंबर,53.0

4 नवंबर,64.0

5 नवंबर,55.0

6 नवंबर,53.3


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