साहित्य में रमे त्रिवेणी कवि अभिराज राजेंद्र मिश्र
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) शिमला में प्रोफेसर रहे अभिराज राजेंद्र मिश्र को पदमश्री अवार्ड मिला है।
जागरण संवाददाता, शिमला : हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) शिमला में प्रोफेसर रहे अभिराज राजेंद्र मिश्र को पद्मश्री अवार्ड के लिए चयनित किया गया है। एचपीयू में लंबे समय तक सेवाएं देने के दौरान वह संस्कृत विभाग के अध्यक्ष रहे। उन्होंने बनारस में संस्कृत विश्वविद्यालय में बतौर कुलपति सेवाएं दी हैं।
अभिराज राजेंद्र मिश्र को वर्ष 1988 में साहित्य अकादमी अवार्ड से सम्मानित किया गया था। उन्होंने हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत और भोजपुरी में कई किताबें लिखी हैं। उन्हें त्रिवेणी कवि के नाम से जाना जाता है। वर्ष 1943 में जन्मे अभिराज को आज भी हिमाचल में उनके छात्र उनके पढ़ाने के तरीके से लेकर उनकी लिखने की कला को याद करते हैं। वर्ष 2003 में सेवानिवृत्त होने के बाद वह शिमला के समरहिल में रह रहे हैं।
प्रो. अभिराज राजेंद्र मिश्र ने कहा कि वह साहित्य में रमे थे। पद्मश्री अवार्ड मिलने का पता चलने पर खुशी का ठिकाना नहीं रहा। आज भी पढ़ना और लिखना मेरा जीवन है। उम्मीद है कि जो मैंने लिखा है, वह सदियों तक नई पीढ़ी के काम आता रहेगा। अवार्ड पाकर काफी खुश हूं। इसके लिए सभी शुभचिंतकों का आभार व्यक्त करता हूं।