जेपी नड्डा का फिर निर्विरोध चुना जाना तय
नड्डा को भाजपा के 44 विधायकों का समर्थन है। 21 विधायकों वाली कांग्रेस ने प्रत्याशी न उतार कर नड्डा को राज्यसभा में भेजने पर मुहर लगा दी है
शिमला, राज्य ब्यूरो। हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा सदस्य की सीट के लिए होने वाले चुनाव में विपक्षी दल कांग्रेस ने प्रत्याशी नहीं उतारने का निर्णय लिया है। कांग्रेस की घोषणा के बाद भाजपा प्रत्याशी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी
नड्डा का निर्विरोध चुना जाना तय है।
नड्डा को भाजपा के 44 विधायकों का समर्थन है। 21 विधायकों वाली कांग्रेस ने प्रत्याशी न उतार कर नड्डा को राज्यसभा में भेजने पर मुहर लगा दी है। नड्डा के राज्यसभा के लिए चुने जाने की घोषणा 15 मार्च को नाम वापसी की अवधि पूरी होने के साथ ही कर दी जाएगी। चुनाव अधिसूचना के अनुसार 12 मार्च को तीन बजे तक राज्यसभा सदस्य के लिए आवेदन किया जा सकता है। नड्डा पहले ही आवेदन कर चुके हैं। जांच के लिए नामांकन पत्र प्रदेश विधानसभा में 13 मार्च सुबह 11 बजे प्रस्तुत किए जाएंगे। नामांकन वापसी की तिथि 15 मार्च सायं तीन बजे तक है। दो प्रत्याशियों के होने की स्थिति में चुनाव 23 मार्च को रखा गया था।
राज्यसभा या किसी अन्य चुनाव के लिए केवल एक ही प्रत्याशी के होने की स्थिति में नाम वापसी के दिन ही विजेता के नाम की घोषणा का नियम है। नामांकन वापसी 15 मार्च को सायं तीन बजे तक होगी।
-पुष्पेंद्र राजपूत, मुख्य निर्वाचन अधिकारी हिमाचल प्रदेश।
कांग्रेस ने परंपरा को निभाते हुए राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार नहीं उतारने का निर्णय लिया है। कांग्रेस के कार्यकाल में पूर्व में आनंद शर्मा व विप्लव ठाकुर के चुनाव के समय भी भाजपा ने भी उम्मीदवार नहीं उतारा था। इसलिए प्रदेश कांग्रेस ने यह सैद्धांतिक फैसला लिया है।
-सुखविंदर सिंह सुक्खू, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष।