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कैंसर अस्पताल के पास शव गृह बनाने पर आपत्ति

आपत्तियों के चलते डेड हाउस बनाने का विचार स्थिगत कर दिया है। बताया जा रहा है कि कोरोना की संभावित स्थिति को देखते हुए इस स्थान में कोरोना के मृतकों के शवों को रखने के लिए डेड हाउस तैयार किया जा रहा था। आइजीएमसी व कैंसर अस्पताल में आने वाले मरीजों के तीमारदारों के लिए कई समाजसेवी संस्था लंगर का प्रबं

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 Apr 2020 06:44 PM (IST)Updated: Mon, 06 Apr 2020 06:44 PM (IST)
कैंसर अस्पताल के पास शव गृह बनाने पर आपत्ति
कैंसर अस्पताल के पास शव गृह बनाने पर आपत्ति

जागरण संवाददाता, शिमला : आइजीएमसी (इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज) शिमला प्रशासन द्वारा कैंसर अस्पताल के पास कोरोना के मृतकों के लिए शव गृह बनाने का मामला सामने आने के बाद विवाद हो गया है। इसका काम शुरू होते ही अस्पताल आने वाले लोगों व कर्मचारियों ने विरोध किया, लेकिन अस्पताल जिद पर अड़ा रहा। बाद में जब खुद समझ आया कि इससे क्या नुकसान हो सकता है तो फिर काम को रोक दिया। अब इसे बनाने पर दोबारा विचार किया जा रहा है।

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इसी रास्ते से आइजीएमसी के साथ वाले डेंटल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज से लेकर क्रच तक के लिए यही रास्ता है। अस्पताल आने वाले हजारों मरीज और तीमारदार इसी रास्ते से पहुंचते हैं। इसलिए यहां पर इसे बनाने का विरोध किया जा रहा था। कोरोना के मरीज के शवों को रखने की बजाय, इन्हें तुरंत जलाने की सिफारिश प्रोटोकॉल के मुताबिक पहले ही की जा चुकी है। ऐसे में सार्वजनिक रास्ते के नजदीक बनाने का फैसला शहर में किसी के गले नहीं उतर रहा था।

हैरत की बात तो यह है कि इसी रास्ते के समीप आइजीएमसी व कैंसर अस्पताल में आने वाले मरीजों के तीमारदारों के लिए कई समाजसेवी संस्थाएं लंगर का प्रबंध करती हैं। लंगर स्थान से करीब चार मीटर की दूरी पर शव गृह बनाया जा रहा था।

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नहीं बनाया जा रहा शव गृह

आइजीएमसी अस्पताल के एमएस डॉ. जनकराज ने बताया कि कैंसर अस्पताल के पास शव गृह बनाने का प्रस्ताव था। कई प्रकार की आपत्तियां प्राप्त होने के बाद इसे बनाने के प्रस्ताव पर दोबारा विचार किया जा रहा है। प्रशासन इस पर जल्द ही फैसला लेगा।

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पहले के शव गृह के पास बनाएं नया शव गृह

मेडिकल कॉलेज के समीप पुराने शव गृह और पोस्टमार्टम गृह मौजूद हैं। इसी जगह के पास अन्य शव गृह बनाने की जगह भी है। लोगों का कहना है कि आइजीएमसी प्रशासन को चाहिए कि इसी जगह पर नया शव गृह तैयार किया जाना चाहिए, ताकि सार्वजनिक स्थल पर लोग संक्रमण से बच सकें।


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