एनटीटी डिप्लोमा धारकों को मिलेगा शिक्षक बनने का मौका
नर्सरी टीचर ट्रेनिंग (एनटीटी) और अर्ली चाइल्डहुड केयर एंड एजुकेशन
अनिल ठाकुर, शिमला
नर्सरी टीचर ट्रेनिंग (एनटीटी) और अर्ली चाइल्डहुड केयर एंड एजुकेशन (ईसीसीई) डिप्लोमा करने वालों को स्कूलों में शिक्षक बनने का मौका मिलेगा। शिक्षा विभाग ने प्री प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए भर्ती एवं पदोन्नति नियम बनाने का काम शुरू कर दिया है। इसमें डीएलएड यानी डिप्लोमा इन एलीमेंटरी एजुकेशन के साथ एनटीटी और ईसीसीई को भी मौका मिलेगा।
शिक्षा विभाग ने प्रारंभिक शिक्षा विभाग से ऐसे डिप्लोमा धारकों का रिकॉर्ड तलब किया है। रोजगार कार्यालयों से रिकॉर्ड लेकर समग्र शिक्षा निदेशालय (एसएसए) को भेजने के निर्देश दिए हैं। तीन दिसंबर को शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजित समीक्षा बैठक में इसको लेकर विस्तृत चर्चा की गई थी। समग्र शिक्षा अभियान ने इसको लेकर सभी जिलों के शिक्षा उपनिदेशकों को पत्र जारी कर दिया है। हिमाचल के 3840 स्कूलों में अभी नर्सरी और केजी की प्री प्राइमरी कक्षाएं चल रही हैं। इस साल भले ही प्री प्राइमरी की कक्षाएं नहीं लग पाई, बावजूद इसके 28 हजार बच्चों ने ऑनलाइन दाखिला लिया है।
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अभी जेबीटी ही पढ़ा रहे
प्री प्राइमरी के लिए अभी तक अलग से शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की गई है। स्कूलों में कार्यरत जेबीटी को ही प्रशिक्षण देकर प्री प्राइमरी कक्षाओं को पढ़ाने का जिम्मा सौंपा गया है। नई शिक्षा नीति में प्री प्राइमरी को अनिवार्य किया गया है। यही नहीं केंद्र ने नई नीति में प्री प्राइमरी पर राज्यों को ज्यादा ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। इसे देखते हुए शिक्षा विभाग ने नर्सरी और केजी कक्षा के बच्चों को पढ़ाने और सिखाने के लिए अलग शिक्षकों की भर्ती करने का फैसला लिया है। प्रारंभिक शिक्षा विभाग के शिक्षा उपनिदेशक शिमला भागचंद चौहान ने कहा कि निदेशालय से आए पत्र के बाद रिकॉर्ड तैयार किया जा रहा है।