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राष्ट्रपति के आंगन में महकेंगे सेब

राष्ट्रति भवन रिट्रीट में अब नई किस्म के सेब पौधे लगाए जाएंगे। राष्ट्रपति की इच्छा के अनुरूप नए पौधे लगेंगे।

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 Sep 2018 08:17 PM (IST)Updated: Sat, 15 Sep 2018 08:17 PM (IST)
राष्ट्रपति के आंगन में महकेंगे सेब
राष्ट्रपति के आंगन में महकेंगे सेब

तैयारी : राष्ट्रपति की इच्छा के अनुरूप लगाए जाएंगे नए पौधे

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-अब तक रिट्रीट के खेतों की सब्जियों का ही आनंद ले पाते हैं कोविंद

-18 मालियों के हवाले होगा रिट्रीट का बगीचा

-राष्ट्रपति सचिवालय की टीम कल शिमला आकर लेगी निर्णय

प्रकाश भारद्वाज, शिमला

राजधानी शिमला से 13 किलोमीटर दूर छराबड़ा में स्थित राष्ट्रपति निवास रिट्रीट के बगीचे में अब नई वैरायटी के सेब पौधे लगेंगे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद व उनके परिवार के सदस्य रिट्रीट के बगीचे में उगने वाले सेब का स्वाद चख सकेंगे। राष्ट्रपति की इच्छा के अनुरूप सेब के नए पौधे लगाए जाएंगे।

राष्ट्रपति अब तक रिट्रीट के खेतों में जैविक खाद से पैदा होने वाली सब्जियों का ही आनंद ले पाते हैं। यहां के बगीचे में पैदा होने वाले सेब नई दिल्ली में रायसीना हिल्स स्थित राष्ट्रपति भवन तक नहीं पहुंच पाते हैं। कारण यह है कि पर्याप्त देखभाल न होने से अधिकांश बगीचे में सेब पैदा नहीं होते। जितने सेब लगते भी हैं, उन्हें बंदर और दूसरे पशु पक्षी चट कर जाते हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। रिट्रीट के पाच हेक्टेयर बगीचे में सेब के पुराने पौधे उखाड़ कर नए पौधे लगाए जाएंगे। रिट्रीट का बगीचा 18 मालियों के हवाले होगा। इस संबंध में निर्णय लेने के लिए राष्ट्रपति सचिवालय से सचिव अधिकारियों की टीम लेकर 17 सितंबर को शिमला पहुंचेंगे। इस टीम के साथ राज्य बागवानी निदेशालय की टीम निर्णय लेगी कि कौन सी सेब की किस्में यहां तैयार हो सकती हैं। एक पखवाड़ा पहले राष्ट्रपति सचिवालय में गार्डन उपसचिव यहां जायजा लेकर जा चुके हैं। राष्ट्रपति सचिवालय से हिमाचल सरकार को पत्र प्राप्त हुआ है। मुख्य सचिव ने इस पत्र के तहत आला अधिकारियों की तैनाती कर दी है जो राष्ट्रपति सचिवालय से आने वाली टीम के साथ निर्णय लेगी। दो साल में तैयार होगा सेब

इटली के सेब के पौधे दो साल के भीतर फसल देते हैं। रिट्रीट समुद्र तल से 7041 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यहां सेब की ऐसी उच्च किस्में उगाई जा सकती हैं जो दो साल में फसल दें। फिलहाल यहां के तीन दशक पुराने बगीचे में सेब की डिलीशियस किस्में हैं। सेब के अधिकांश पौधे उम्र पूरी कर चुके हैं। एक हेक्टेयर में लगेंगे पौधे

रिट्रीट के बगीचे में अभी एक हेक्टेयर क्षेत्र में सेब की किस्मों को लगाने की योजना है। इसके तहत सेब के पुराने पौधे उखाड़े जाएंगे। पशुओं को बगीचे में प्रवेश करने से रोकने के लिए बाड़बंदी की गई है। बगीचे में सिंचाई सुविधा के लिए तीन लाख लीटर क्षमता का टैंक बनाया गया है। रिट्रीट में पॉलीहाउस में उगाई जाती हैं सब्जियां

रिट्रीट में सब्जियों के साथ चेरी भी पैदा होती है। सीजन के मुताबिक फ्रासबीन, गाजर व फूलगोभी भी उगाई जाती है। सब्जियां उगाने के लिए पॉलीहाउस भी बनाया गया है।


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