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छौहारा क्षेत्र में चार पुलों के काम शुरू होने की दरकार

लोक निर्माण विभाग उपमंडल रोहड़ू के अंतर्गत चिड़गांव उपमंडल के छौहारा क्षेत्र में चार पुल न बनने से लोगों को परेशान होना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 30 Nov 2021 08:36 PM (IST)Updated: Tue, 30 Nov 2021 08:36 PM (IST)
छौहारा क्षेत्र में चार पुलों के काम शुरू होने की दरकार
छौहारा क्षेत्र में चार पुलों के काम शुरू होने की दरकार

जितेंद्र मेहता, रोहड़ू

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लोक निर्माण विभाग उपमंडल रोहड़ू के अंतर्गत चिड़गांव उपमंडल के छौहारा क्षेत्र के तहत चार विभिन्न स्थानों पर पुल बनाने की रूपरेखा प्रस्तावित है लेकिन इन स्थानों पर पुलों का निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हो सका है। सरकार के निर्देश एवं लोक निर्माण विभाग की ओर से प्रस्तावित इन पुलों में शीशारा, रावसी, बरशील व बम्वाडी के लिए पुल बनने से इन क्षेत्रों के सैकड़ों लोगों को सुविधा मिलेगी। लेकिन सरकार की अनदेखी व लोक निर्माण विभाग की लेटलतीफी के चलते इन सभी पुलों का काम शुरू होना अभी बाकी है। वहीं सरकार की ओर से इन चारों पुलों के निर्माण कार्य के लिए शुरुआती तौर पर 30 लाख प्रति पुल स्वीकृत भी किए हैं, लेकिन धरातल पर इन सब की योजनाएं कार्यान्वित नहीं हो रही हैं। शीशारा पुल निर्माण न होने से झूला पुल का लेना पड़ रहा सहारा

पब्बर नदी पर बनने वाला यह पुल काफी समय से सुर्खियों में रहा है। यहां पर पक्का व स्थायी पुल न होने के कारण प्रतिदिन सैकड़ों लोग झूला पुल से जान जोखिम में डालकर अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए मजबूर हैं। वहीं बरसात के दिनों में तो यहां से नदी पार करते कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। बरशील गांव अभी तक सड़क सुविधा से भी महरूम

चिड़गांव तहसील के बरशील गांव के लिए प्रस्तावित यह पक्का पुल पब्बर नदी पर बनना है। इस पुल के बनने से यहां की हजारों की आबादी को लाभ मिलेगा। इस गांव में पुल निर्माण की अधिक आवश्यकता है, यह गांव अभी तक सड़क सुविधा से भी महरूम है। ग्रामीणों को रोजाना नदी को पार करने के लिए अस्थायी रूप से बनी लकड़ी की कच्ची पुलिया से अपनी जान हथेली में रखकर जाना पड़ता है। बरसात में जब पानी का स्तर बढ़ जाता है और नदी उफान पर होती है तब सबसे बड़ी दिक्कत होती है। रावसी गांव पांच वर्ष पहले सड़क से जुड़ा, पुल बनना बाकी

चिड़गांव तहसील के गुशाली क्षेत्र में आंध्रा नदी पर यह पुल रावसी गांव के करीब एक सौ परिवारों को सुविधा प्रदान करेगा। यहां हैरत इस बात की है कि यह गांव करीब पांच साल पहले सड़क से जुड़ चुका है, लेकिन आज दिन तक पुल नहीं बन पाया है। जिस कारण यहां पर वाहनों की आवाजाही नदी के पानी में ही करनी पड़ती है। स्थानीय लोग पुल के निर्माण की मांग करके थक चुके हैं। बम्वाडी पुल बनने से पांच गांवों के सैकड़ों लोग होंगे लाभान्वित

रणसार वैल के देवीधार के पार मतरेट खड्ड पर प्रस्तावित इस पुल के लगने से शीरी, पानू, कोलछा, कुतडा व बम्वाडी के सैकड़ों परिवारों के हजारों लोग लाभान्वित होंगे। जिसे लेकर स्थानीय लोग विभाग, सरकार व जनप्रतिनिधियों के समक्ष अपनी मांगे रख चुके हैं। सरकार एवं लोक निर्माण विभाग की ओर से प्रस्तावित इन चारों पुलों के निर्माण को लेकर विभाग रूपरेखा तैयार करने का काम कर रहा है। सभी प्रकार की तकनीकी व अन्य औपचारिकताओं को जल्द पूरा कर लिया जाएगा। इन सभी पुलों के लिए 30 लाख रुपये प्रति पुल की राशि भी स्वीकृत है। बाकी राशि का प्राकलन भी तैयार हो रहा है, जिससे इन पुलों को पर्याप्त धनराशि से तैयार किया जा सके।

- दुनी चंद, सहायक अभियंता, लोक निर्माण विभाग उपमंडल चिड़गांव।


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