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कैथू वार्ड में बने ढारों का रिकॉर्ड खंगालने में जुटा निगम

नगर निगम शिमला के कैथू वार्ड में अवैध ढारों के निर्माण को लेकर अब नगर निगम शिमला कैथू में बने सभी ढारों के रिकार्ड खंगालने में जुट गया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 29 May 2020 07:59 PM (IST)Updated: Fri, 29 May 2020 07:59 PM (IST)
कैथू वार्ड में बने ढारों का रिकॉर्ड खंगालने में जुटा निगम
कैथू वार्ड में बने ढारों का रिकॉर्ड खंगालने में जुटा निगम

जागरण संवाददाता, शिमला : नगर निगम शिमला के कैथू वार्ड में अवैध ढारों के निर्माण को लेकर अब नगर निगम शिमला कैथू में बने सभी ढारों के रिकॉर्ड को खंगालने में जुट गया है। कैथू में निगम द्वारा भी कुछ ढारे बनाए गए हैं। अब निगम रिकॉर्ड खंगाल कर पता लगाएगा कि कितने ढारे अवैध बने हैं और कितने नगर निगम द्वारा बनाए गए हैं।

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निगम के तीन कर्मचारियों द्वारा अवैध ढारे बनाने का मामला सामने आया था। इसके बाद नगर निगम हरकत में आया और स्पॉट विजिट किया। तीन अवैध ढारे बने हुए पाए गए थे। निगम की एपी ब्रांच ने स्टेट ब्रांच को पत्र लिखकर ढारों का रिकॉर्ड मांगा गया है जिससे स्पष्ट हो सके कि कौन से ढारे अवैध बने हैं।

निगम के जिन कर्मचारियों द्वारा अवैध ढारे बनाए गए हैं उन्हें सरकारी आवास भी अलॉट किए गए थे। इसके बावजूद वे निगम की जमीन पर ढारे बनाकर रह रहे थे। नगर निगम शिमला के एपी राजीव शर्मा ने पूरी जांच रिपोर्ट तैयार कर दी है। निगम आयुक्त को सौंपी जांच रिपोर्ट

एपी नगर निगम ने अवैध निर्माण की जांच रिपोर्ट निगम आयुक्त पंकज राय को सौंप दी है। निगम आयुक्त ही तय करेंगे कि अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ क्या कार्रवाई करनी है। कैथू वार्ड में नगर निगम द्वारा भी ढारों का निर्माण किया गया है। अब स्टेट ब्रांच का रिकॉर्ड देखकर ही पता लगाया जा रहा है कि कितने ढारे अवैध हैं और कितने ढारे निगम द्वारा बनाए गए हैं।

राजीव शर्मा, एपी नगर निगम शिमला।


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