45 साल पहले जहां से शुरू किया करियर, आज वहीं की बनीं मेयर
36 साल नगर निगम में नौकरी करने वाली सत्या कौंडल अब मेयर होंगी।
जागरण संवाददाता, शिमला : नगर निगम शिमला में बुधवार को भाजपा समर्थित सत्या कौंडल मेयर चुनी गई। वह संजौली चौक वार्ड से पार्षद हैं। वहीं, मशोबरा वार्ड के पार्षद शैलेंद्र चौहान डिप्टी मेयर चुने गए। नवनिर्वाचित मेयर सत्या कौंडल ने 36 साल पहले नगर निगम में करियर की शुरुआत की थी। सेवानिवृत्ति के बाद राजनीति में कदम रखा था। वह दूसरी बार पार्षद हैं।
सत्या कौंडल ने 45 साल पहले 1974 में अपना करियर एक कर्मचारी के तौर पर नगर निगम शिमला से ही शुरू किया था। लंबे समय तक सेवाएं देने के बाद 2010 में इनकी सेवानिवृत्ति हुई। इस दौरान इन्होंने निगम की जल शाखा से लेकर रोड एंड बिल्डिंग शाखा में अपनी सेवाएं दीं। सेवाकाल के दौरान से ही निगम के काम को तरजीह देने और निगम के कर्मचारियों की मांगों को लेकर सक्रिय रहती थीं। सत्या कौंडल ने अपने कार्य आम कर्मचारी के रूप में शुरू किया, लेकिन जल शाखा सीधे तौर पर लोगों से जुड़े होने के कारण आम जनता में यहीं से रसूख बनता रहा। इसके बाद जब बीएंडआर शाखा में भी रहीं तो लोगों के काम के प्रति ही ज्यादा ध्यान रहा।
सत्या कौंडल ने पार्षद बनने पर भी कहा था निगम में काम का लंबा अनुभव होने का लाभ वार्ड के लोगों को मिलेगा। अब उनके निगम के लंबे अनुभव का लाभ पूरे शहर को मिलने की उम्मीद है। निगम के कर्मचारियों को भी उम्मीदें
नगर निगम के कर्मचारियों को भी उम्मीद है कि नई मेयर उनकी मांगों को अन्य के मुकाबले बेहतर तरीके से समझ सकेंगी। खुद कर्मचारी रही हैं तो उनके दर्द को नजदीक से जानती भी हैं। वर्तमान समय में शहर का विस्तार हुआ है, लेकिन कर्मचारी बढ़ने के बजाय कम हुए हैं। इससे कर्मचारियों पर काम का दवाब बढ़ा है। ऐसे में निगम के कर्मचारियों पर काम के दवाब से लेकर अन्य मांगों के इस कार्यकाल में पूरा होने की उम्मीद ओर मजबूत हो गई है।