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अंशकालीन जलवाहकों की जगह लेंगे बहुउद्देश्यीय कार्यकर्ता

हिमाचल प्रदेश में विधवाओं परित्यक्ता और विकलांगों को अब मुख्यमंत्री रूल 12 के तहत स्कूलों में अंशकालीन जलवाहकों की नौकरी दे सकेंगे। नियुक्ति देने का उनका विवेकाधिकार बहाल हो गया है। हाईकोर्ट ने इस रूल(नियम) को ही बंद कर दिया था। इस फैसले को सरकार ने सुप्रीमकोर्ट को चुनौती दी थी। शीर्ष कोर्ट ने हाईकोर्ट के फैसले को स्टे कर दिया। इसके बाद से अब फिर से नौकरी देने की अनुमति मिलनी आरंभ हो गई है। लेकिन सरकार अब अंशकालीन जलवाहकों की जगह बहुउद्देयीय कार्यकर्ता लेंगे। ये स्कूलों में कई तरह का काम कर सकेंगे।

By JagranEdited By: Published: Wed, 28 Aug 2019 04:39 PM (IST)Updated: Wed, 28 Aug 2019 04:39 PM (IST)
अंशकालीन जलवाहकों की जगह
लेंगे बहुउद्देश्यीय कार्यकर्ता
अंशकालीन जलवाहकों की जगह लेंगे बहुउद्देश्यीय कार्यकर्ता

राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल प्रदेश में विधवाओं, परित्यक्ता और दिव्यांगों को अब मुख्यमंत्री रूल 12 के तहत स्कूलों में अंशकालीन जलवाहकों की नौकरी दे सकेंगे। नियुक्ति देने का उनका विवेकाधिकार बहाल हो गया है। हाईकोर्ट ने इस रूल (नियम) को बंद कर दिया था। इस फैसले को सरकार ने सुप्रीमकोर्ट में चुनौती दी थी। शीर्ष कोर्ट ने हाईकोर्ट के फैसले को स्टे कर दिया। इसके बाद अब फिर नौकरी देने की अनुमति मिलनी आरंभ हो गई है।

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अंशकालीन जलवाहकों की जगह अब बहुउद्देश्यीय कार्यकर्ता लेंगे। वे स्कूलों में कई तरह का काम कर सकेंगे। इसके लिए सरकार नई नीति तैयार करेगी। बुधवार को सदन में प्रश्नकाल के दौरान सरकाघाट के विधायक कर्नल इंद्र सिंह के सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि जैसे ही अंशकालीन कर्मी नियमित हो जाता है, पद स्वत: समाप्त हो जाता है। जलवाहक डाइंग काडर में हैं। अंशकालीन जलवाहक की नियुक्ति का अधिकार मुख्यमंत्री को है। इसके अलावा नियम पांच के तहत एसडीएम की अध्यक्षता में कमेटी को भी यह अधिकार है। मंत्री के मुताबिक 17 जनवरी को इस साल नियुक्तियों पर लगी रोक हट गई है। तबसे केवल नियुक्ति की गई है। शिक्षा विभाग ने मुख्यमंत्री से 355 पदों को भरने की अनुमति मांगी। यह अनुमति दे दी गई है। पहले 260 पदों की अनुमति मांगी गई थी। उन्होंने कहा कि आवेदन उन पदों पर आ रहे हैं, जहां कोई नियमित हो गया लेकिन उसे भरा नहीं जा सकता है क्योंकि यह पद नियमित होने के बाद डाइंग घोषित हो जाता है। स्कूलों का काफी विस्तार हुआ है। वहां अब मल्टी टास्किग वर्करों की जरूरत है जो पानी भी पिलाएं, साफ सफाई का भी काम कर सकें। उनसे अन्य कार्य भी करवाए जा सकेंगे।

स्कूलों में अंशकालीन जलवाहकों की जगह मल्टीपर्पस वर्करों की नियुक्ति के नए प्रस्ताव पर विचार करेंगे। इसके लिए नई नीति लाएंगे जिसमें सारे नियम तय करेंगे। कोई दिन ऐसा नहीं होता जब नौकरी मांगने के लिए आवेदन नहीं आते। लेकिन डाइंग काडर की वजह से सब जगह भर्ती नहीं हो सकती है। इसका समाधान होगा।

जयराम ठाकुर, मुख्यमत्री अंशकालीन जलवाहकों के पद

जिला,स्वीकृत,भरे गए,रिक्त

बिलासपुर,310,296,14

चंबा,525,497,28

हमीरपुर,285,276,9

कांगड़ा,913,867,46

कुल्लू,356,342,14

किन्नौर,95,86,9

शिमला,724,696,28

सिरमौर,551,516,35

सोलन,375,344,31

मंडी,812,793,19

ऊना,292,270,22

लाहुल,103,87,16

कुल,5341,5070,271


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