लेखिका मृदुला श्रीवास्तव कल भोपाल में की जाएंगी सम्मानित
शिमला की लेखिका मृदुला श्रीवास्तव को भोपाल में 5 अक्टूबर को प्रतिष्ठितअखिल भारतीय शांति-गया प्रसाद खरे सम्मानसे सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान मृदुला श्रीवास्तव को उनके दूसरे कहानी संग्रहजलपाशके लिए दिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, शिमला : लेखिका मृदुला श्रीवास्तव को भोपाल में पांच अक्टूबर को अखिल भारतीय शांति गया प्रसाद खरे सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान उन्हें उनके दूसरे कहानी संग्रह जलपाश के लिए दिया जाएगा। अमन प्रकाशन से प्रकाशित इस पुस्तक में उनकी मानवीय व सामाजिक संवेदनाओ और सरोकारों की आठ कहानियां हैं।
राजधानी शिमला निवासी मृदुला श्रीवास्तव एसजेवीएनएल में वरिष्ठ प्रबंधक हैं। इससे पूर्व वह अपने पहले कहानी संग्रह 'काश पंडोरी न होती' के लिए चर्चा में रहीं हैं। उन्हें इस पहले संग्रह के लिए वर्ष 2017 में प्रथम कृति सृजनलोक सम्मान से चेन्नई में तथा कश्मीर के हब्बा खातून सम्मान से वर्ष 2018 में लेह में सम्मानित किया जा चुका है। भोपाल में उन्हें अखिल भारतीय शांति गया प्रसाद खरे साहित्य, कला एवं खेल मंच द्वारा सम्मानित किया जाएगा। मृदुला श्रीवास्तव की कहानियां, व्यंग्य, बाल कथाएं, लघुकथाएं, समीक्षा तथा आलेख राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं। वर्ष 2018 में मॉरीशस में आयोजित 11वें विश्व हिदी सम्मेलन में भी इन्होंने भाग लिया था। उनकी कहानियां फ्रांसीसी भाषा में भी अनुवादित हुई हैं।