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आइजीएमसी में ही मिलेगा ऑपरेशन का सारा सामान

इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (आईजीएमसी) में मरीजों को अब सर्जिकल सामान बाहर से नहीं खरीदना पड़ेगा। अस्पताल प्रबंधन यह सारा सामान अपने नए स्टोर में ही उपलब्ध करवा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 03 Feb 2019 09:37 PM (IST)Updated: Sun, 03 Feb 2019 09:37 PM (IST)
आइजीएमसी में ही मिलेगा ऑपरेशन का सारा सामान
आइजीएमसी में ही मिलेगा ऑपरेशन का सारा सामान

जागरण संवाददाता, शिमला : इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (आइजीएमसी) में मरीजों को अब सर्जिकल सामान बाहर से नहीं खरीदना पड़ेगा। अस्पताल प्रबंधन यह सारा सामान अपने नए स्टोर में ही उपलब्ध करवा रहा है। इनडोर मरीजों से लेकर ओपीडी के मरीजों को भी सभी दवाएं अस्पताल में मुफ्त उपलब्ध करवाई जा रही हैं। मरीज इसका भरपूर फायदा उठा रहे हैं। आइजीएमसी प्रशासन का प्रयास है कि मरीजों को अधिक से अधिक सुविधा उपलब्ध करवाई जा सके। यह कहना है आइजीएमसी के एमओ स्टोर डॉ. राहुल गुप्ता का। प्रस्तुत है डॉ. राहुल गुप्ता से बातचीत के प्रमुख अंश।

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-आइजीएमसी ने जेनेरिक स्टोर बंद कर दिया क्या कारण है?

जेनेरिक स्टोर की जगह अपनी फ्री ड्रग शॉप (स्टोर) चलाया जा रहा है। सभी दाखिल मरीजों और ओपीडी में उपचार के बाद दवा लेने आने वाले मरीजों को इस स्टोर से दवाएं मुहैया करवाई जा रही है। अस्पताल में एचएलएल द्वारा जो दवाएं खरीदकर नि:शुल्क जेनेरिक स्टोर में भेजी जाती थीं उसकी गुणवत्ता सही नहीं थी। इसी के चलते अब सरकार ने इसकी जगह अपने स्टोर से ही मरीजों को दवाएं देने का निर्णय लिया है। अस्पताल में खुले इस निशुल्क जनरल स्टोर का काफी समय पहले एमओयू भी समाप्त हो चुका था, जिस कारण इसे बंद किया गया।

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मुफ्त दवा केंद्र में किस तरह की दवाएं मरीजों को उपलब्ध हो रही हैं?

अस्पताल में जो दवाएं मरीजों को मिलेंगी वह ब्रांडेड कंपनियों की होगी। लेकिन मरीजों को मुफ्त में दी जाएंगी। इससे पूर्व में एचएलएल द्वारा जो दवाएं खरीद कर मुफ्त जेनेरिक स्टोर में भेजी जा रही थी, उसकी गुणवत्ता सही नहीं थी। इसके चलते प्रबंधन और सरकार को दवाओं की गुणवत्ता को लेकर शिकायतें मिल रही थी। प्रबंधन स्वयं दवाओं की खरीदारी कर रहा है, ताकि अस्पताल में आने वाली सभी प्रकार की दवाओं की गुणवत्ता और खरीद की जानकारी रह सके।

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मरीजों को सभी दवाएं अस्पताल में नहीं मिल रही हैं क्या यह सही है?

प्रमाणित दवाओं के टेंडर की अंतिम स्वीकृति के लिए फाइल सरकार के पास भेजी गई है। 42 कंपनियों ने इसमें हिस्सा लिया था। सभी दवाएं व‌र्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन व जीएमपी द्वारा प्रमाणित है। जल्द ही सभी दवाएं उपलब्ध हो जाएंगी। सरकार और स्वास्थ्य मंत्री के निर्देशानुसार मरीजों को गुणवत्ता युक्त दवाएं उपलब्ध करवाना हमारा लक्ष्य है।

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-आपातकालीन वार्ड में क्या मुफ्त इलाज दिया जा रहा है?

दुर्घटना और एमएलसी में आए मरीजों को 24 घंटे मुफ्त इलाज दिया जाता है। इसका सारा खर्च अस्पताल प्रशासन वहन करता है। एक्सरे, सिटी स्कैन और सभी तरह के टेस्ट भी मुफ्त में ऐसे मरीजों के करवाए जा रहे हैं।

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मरीजों की सुविधा का कैसे ख्याल रखा जाता है?

मरीजों और तीमारदारों का अस्पताल में विशेष ध्यान रखा जाता है। स्वयं वार्ड और आइसीयू में जाकर मरीजों की सुविधा का जायजा प्रतिदिन लेते हैं। मरीजों व तीमारदारों को साबुन तक अस्पताल से मुहैया करवाया जा रहा है, ताकि संक्रमण न फैले और उन्हें ध्यान रखने की हिदायत भी दी जा रही है।


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