बिलासपुर व ऊना में दबिश, एएसपी व हेड कांस्टेबल के मोबाइल फोन जब्त
तस्करों से रिश्वत लेने के आरोपित एएसपी मदन लाल कौशल व हेड कांस्टेबल के खिलाफ शिकंजा कस गया है। सीआइडी ने दोनों आरोपितों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं।
राज्य ब्यूरो, शिमला : तस्करों से रिश्वत लेने के आरोपित एएसपी मदन लाल कौशल व हेड कांस्टेबल बृज भूषण के खिलाफ सीआइडी जांच तेज हो गई है। सीआइडी ने इस संबंध में बिलासपुर व ऊना में दबिश दी जिसकी अगुवाई एसपी (क्राइम) संदीप धवल ने की। सूत्रों के अनुसार उन्होंने आरोपितों के कब्जे से उनके मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं। आरोपित से अब पूछताछ होगी जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
आरोपितों के मोबाइल फोन के डाटा को विश्लेषण के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा जाएगा। अगर डाटा नष्ट किया गया होगा तो उसे रिट्रीव (पुनर्जीवित) किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार सीआइडी का ज्यादा फोकस पिछले साल के डाटा पर रहेगा जब आरोपितों की तस्करों से बातचीत हुई होगी। इसके पुख्ता साक्ष्य जुटाए जाएंगे। कोटखाई में गुड़िया की दुष्कर्म के बाद हत्या से जुड़े सूरज की पुलिस हिरासत में मौत मामले में भी सीबीआइ ने तत्कालीन आइजी जेड एच जैदी समेत कई अधिकारियों के फोन जब्त किए थे। इनमें से जैदी के मोबाइल फोन पर ऐसा डाटा मिला जिससे वह फंस गए थे। उन्होंने संतरी दिनेश का बयान अपने मोबाइल फोन पर रिकॉर्ड किया था जिसमें उसने सूरज हत्या की हकीकत बयान कर दी थी लेकिन आइजी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। बाद में आइजी ही गिरफ्तार हो गए थे। आरोप है कि ऊना के पूर्व एएसपी एवं बस्सी स्थित महिला आइआरबी में कार्यरत आरोपित मदन लाल कौशल तस्करों से 25 हजार रुपये जबकि एसआइयू के प्रभारी हेड कांस्टेबल बृज भूषण चार हजार रुपये वसूलते थे। यह मामला ऊना थाना में दर्ज हुआ था। बाद में इस मामले को सीआइडी के हवाले किया गया था।