19 को मिड-डे मील वर्कर्स करेंगे रैली
मिड-डे मील वर्कर्स यूनियन ब्लॉक इकाई रामपुर और ननखड़ी संबंि
संवाद सहयोगी, रामपुर बुशहर : मिड-डे मील वर्कर्स यूनियन ब्लॉक इकाई रामपुर और ननखड़ी संबंधित सीटू की बैठक मंगलवार को ब्लॉक अध्यक्ष गौतम सैन व कुशल्या की अध्यक्षता में हुई। बैठक में 19 नवंबर को मिड-डे मील की मांगों को लेकर हो रही दिल्ली रैली के विषय में चर्चा हुई। सीटू जिला शिमला कमेटी अध्यक्ष बिहारी सेवगी व सीटू क्षेत्रीय कमेटी कोषाध्यक्ष नील दत्त शर्मा ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार मजदूरों के अच्छे दिन का वादा लेकर सत्ता में आई थी, लेकिन न तो वर्तमान भाजपा सरकार व न ही पूर्व की केंद्र सरकार ने कोई ध्यान दिया। पांच सितंबर को दिल्ली में हुई रैली के दवाब के कारण केंद्र सरकार ने आंगनबाड़ी और आशा वर्कर के वेतन में तो बढ़ोतरी की, जबकि मिड-डे मील मजदूरों का एक रुपये तक नहीं बढ़ाया गया। 2012 में हुए 45वें श्रम सम्मेलन में माना था कि मिड-डे मील वर्कर्स को मजदूरों की श्रेणी में लाया जाएगा व न्यूनतम वेतन लागू किया जाएगा, सामाजिक सुरक्षा प्रदान की जाएगी और मेडिकल की सुविधा दी जाएगी। केंद्र सरकार सभी सरकारी स्कूलों में मिड डे मील को बंद कर देना चाहती है। इसके बदले विद्यार्थियों के बैंक खाते में सीधे एमडीएम का पैसा भेजकर मिड डे मील में काम कर रहे मजदूरों का रोजगार छीनने का काम किया जा रहा है। नीति आयोग द्वारा देश की राजधानी दिल्ली में आयोजित बैठक में एमडीएम के बदले बच्चों को पैसे उपलब्ध करवाने के बारे में चर्चा हुई। सरकार एक प्रयोग करना चाहती थी, अगर प्रयोग सफल रहता है तो इसे देशभर में लागू किया जाएगा।
रामपुर इकाई सचिव अध्यक्ष गौतम साइन व ननखड़ी इकाई सचिव कुशल्या ने कहा प्रदेश में सरकार द्वारा मिड-डे मील को माह में मात्र 300 रुपये की बढ़ोतरी की है जो बहुत कम है और 1800 रुपये में गुजारा नहीं हो सकता है। इस संदर्भ में अपनी मांगों को लेकर 19 नवंबर को मिड-डे मील वर्कर की दिल्ली में हो रही रैली में जाकर समस्याओं को उजागर करेंगे। यदि केंद्र व प्रदेश सरकार ने मांगों को नहीं माना तो संघर्ष तेज किया जाएगा। बैठक में कुशल्या, शकुंतला, विजय लक्ष्मी, उमा गुप्ता, कमलेश कुमारी, कृष्ण चंद, सत्या देवी, बिमला देवी, रमा, सीता आदि मौजूद रहीं।