भगोड़ा घोषित एसएम कटवाल ने राज्यपाल को भेजी दया याचिका
राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल प्रदेश अधीनस्थ सेवाएं चयन बोर्ड में चिटों पर भर्ती घोटाले में दा
राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल प्रदेश अधीनस्थ सेवाएं चयन बोर्ड में चिटों पर भर्ती घोटाले में दोषी करार और न्यायालय द्वारा भगोड़ा घोषित किए गए पूर्व अध्यक्ष एसएम कटवाल ने राज्यपाल को दया याचिका भेजी है। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा सजा को बरकरार रखने के बाद कटवाल ने यह याचिका भेजी है। इसमें अपनी उम्र सहित अन्य बातों का हवाला देकर इनके आधार पर दया करने की गुहार लगाई गई है।
राज्यपाल आचार्य देवव्रत के दरबार में पहुंची इस दया याचिका को लेकर राजभवन ने प्रदेश सरकार से स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। इस संबंध में सरकार को पत्र लिखा गया है। कटवाल को भगोड़ा घोषित करने के बावजूद अभी भी पेंशन जारी है। हालांकि इस संबंध में केंद्र सरकार को लिखा गया था मगर अभी तक जवाब नहीं आया है। चिटों पर भर्ती का मामला वर्ष 2001-02 का है। वर्ष 2004 में काग्रेस ने सत्ता में आते ही इस मामले की जाच के आदेश दिए थे। सेशन कोर्ट हमीरपुर ने चार लोगों को दोषी करार देते हुए एक-एक साल की सजा सुनाई थी। चिटों पर भर्ती मामले में प्रदेश उच्च न्यायालय ने कटवाल को दोषी पाकर सजा सुनाई थी। मार्च 2011 में सजा सुनाए जाने के बाद कटवाल ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। सर्वोच्च न्यायालय ने भी निचली अदालत के फैसले को ही बरकरार रखा और अपील को खारिज कर दिया था। कटवाल सजा सुनाए जाने के बाद से पुलिस के हाथ नहीं आ रहे हैं। पुलिस कटवाल को तलाशने में नाकाम रही है। इस कारण अदालत ने कटवाल को भगोड़ा घोषित किया है। राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा ने बताया कि कटवाल ने दया याचिका भेजी है। इस संबंध में ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता है।