नालों की होगी फेंसिंग, कुत्तों के गले में लगेगी चिप
बुधवार को नगर निगम में शहर को गारेवज फ्री बनाने का प्रस्ताव बनाकर केंद्र सरकार को भेज दिया है।
जागरण संवाददाता, शिमला : नगर निगम शिमला ने बुधवार को शहर को गारबेज फ्री बनाने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा है। चार हजार शहरों में इस बार बेहतर रैंकिंग पाने के लिए नगर निगम कई माह से तैयारी में लगा है। केंद्र की चार टीमें दौरा करके लौट गई हैं। इस बार सेग्रिगेशन शुरू कर दी है। स्पेशल हाउस में पार्षदों ने गारबेज फ्री शहर पर अपनी राय भी रखी। इसी बीच आला अधिकारी ने कहा कि शहर को स्वच्छ बनाने के लिए तीव्र गति से कार्य नहीं हो पा रहा था। नगर निगम के स्पेशल हाउस में इस मुद्दे पर काफी चर्चा हुई। वहीं, नालों में लोग कूड़ा न फेंक सके इसके लिए फेंसिंग होगी और पालतू कुत्तों के गले में चिप लगेगी।
असल में पार्षदों का सहयोग स्वच्छ शहर बनाने में काफी कम मिल रहा है। इसी वजह से हर वार्ड में दिक्कतें पेश आ रही हैं। हालांकि सदन में कूड़ा उठाने की व्यवस्था को कैसे मजबूत किया जाए, सफाई व्यवस्था में कैसे प्रथम स्थान पर शहर आए, इसके लिए पार्षदों ने सुझाव दिए। पार्षद आरती चौहान ने कहा कि शहर के कई ऐसे वार्ड हैं, जहां लोग कूड़ा ही नहीं देते। ऐसे में नगर निगम को सख्ती करते हुए तुरंत बिजली-पानी का कनेक्शन काटना चाहिए। वहीं, टुटू वार्ड पार्षद विवेक शर्मा ने कहा कि जिन स्थानों पर लोग गारबेज कलेक्टर को कूड़ा नहीं देते हैं और कूड़ा खुले में फेंकते हैं, वहां सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएं। वहीं, रात की बजाये शाम को सफाई हो तो अगले दिन सुबह कर्मचारियों को कम कूड़ा उठाना होगा। खलीणी वार्ड पार्षद पूर्णमल ने कहा कि पहाड़ियों में लोग सरेआम कूड़ा फेंक देते हैं, जिस कारण वहां कूड़े के ढेर लगे हैं। इस पर भी नगर निगम को फोक्स करना होगा। शिमला शहर में गंदगी की शिकायतें काफी हद तक दूर हो जाएंगी। इसमें पार्षद अपने एरिया जहां पर भी लोग गंदगी फैलाते हैं वहां की फोटो एमसी प्रशासन को दे सकते हैं। प्रशासन इससे खुद निपटेगा। इसके साथ ही पार्षद की मदद से शहर में नगर निगम विभिन्न तरह के सफाई अभियान भी चलाएगा। इसमें सैहब में काम करने वाले कर्मचारी को बढि़या जूते, दस्ताने, जैकेट, हुड सफाई के लिए दिए जाएंगे। कर्मचारियों को दिए जाने वाले इस सामान की गुणवत्ता जांचने के लिए हाउस में पांच पार्षदों की कमेटी भी बनाई गई है।
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विशेष सदन में ये फैसले किए
-स्वच्छता वाहन मे लगेंगे साउंड सिस्टम, कूड़ा न फैलाने का देंगे संदेश।
-नालों और बावड़ियों की फेंसिंग होगी, ताकि लोग नाले में कचरा न डाल पाएं।
-शहर के पहाड़ी एरिया, जहां कूड़ा फेंक दिया जाता है, वहां हर शनिवार को सफाई होगी।
-नगर निगम कबाड़ियों से प्लास्टिक वेस्ट खरीदेगा।
-एनजीओ की मदद से वार्ड स्तर पर चलाया जा सकता है अभियान।
-पालतू कुत्तों द्वारा गंदगी फैलाने पर मालिक पर होगी कार्रवाई, रजिस्ट्रेशन फीस भी 50 से बढ़कर 200 हुई।
-नगर निगम पालतू कुते के गले में चिप लगाएगा, ताकि मालिक का पता चल सके।