जवानों की तलाश के लिए लेफ्टिनेंट जनरल ने किया डोगरी का दौरा
जिला किन्नौर के नमज्ञा डोगरी के पास बुधवार को ग्लेशियर की चपेट में आने से दबे 7 जैक राइफल के 5 जवानों का चौथे दिन शनिवार को भी कोई पता नहीं चल पाया है।
संवाद सूत्र, रिकांगपिओ : किन्नौर जिले के डोगरी (नमज्ञा) में ग्लेशियर की चपेट में आने से लापता सेना की 7 जैक राइफल के पांच जवानों का शनिवार को भी सुराग नहीं लग पाया है। जवानों की तलाश के लिए सेना ने अभियान तेज कर दिया है। चीफ ऑफ स्टाफ (वेस्ट्रन कमांड) लेफ्टिनेंट जनरल पीएम बली ने शनिवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे हेलीकॉप्टर से घटनास्थल का दौरा किया।
जैक राइफल की दो विशेष टीमों के साथ एक स्निफर डॉग को भी घटनास्थल पर लाया गया। सेना ने शनिवार सुबह करीब सात बजे रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। मौसम साफ होने पर सेना व आइटीबीपी के 250 जवान दिनभर लापता जवानों को तलाशते रहे। देर शाम तक सर्च ऑपरेशन जारी रहा। सेना की विशेष टीम के साथ थर्मल डिटेक्शन, मेटल डिटेक्शन व मर्मोल रडार का उपयोग किया जा रहा है। इसके बावजूद विशेष टीम को सफलता नहीं मिल पाई क्योकि हिमस्खलन बड़े पैमाने पर है और इसकी कठोरता भी ज्यादा है। डोगरी में गत बुधवार को 7 जैक राइफल के छह जवान व आइटीबीपी की 17वीं बटालियन के चार जवान ग्लेशियर की चपेट में आ गए थे। आइटीबीपी के चार जवानों को बचा लिया गया था जबकि सेना के एक जवान शहीद हो गए थे। बुधवार को जवानों के ग्लेशियर में दबे होने के अगले दिन उसी क्षेत्र में फिर ग्लेशियर गिरा था। इस कारण विशेष टीम को जवानों की तलाश में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।