Move to Jagran APP

आइसीटी लैब प्रयोग न करने वाले स्कूलों पर कसेगा शिकंजा

हिमाचल के सैकड़ों स्कूल सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आइसीटी) लैब की सुविधा है। कई स्कूल इस लैब को कम इस्तेमाल कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 24 Apr 2018 08:12 PM (IST)Updated: Tue, 24 Apr 2018 08:12 PM (IST)
आइसीटी लैब प्रयोग न करने वाले स्कूलों पर कसेगा शिकंजा
आइसीटी लैब प्रयोग न करने वाले स्कूलों पर कसेगा शिकंजा

राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल के सैकड़ों स्कूल सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आइसीटी) लैब की सुविधा होने के बाद भी उसे सही ढंग से प्रयोग नहीं कर रहे हैं। इस मामले में सर्व शिक्षा अभियान (एसएसए) परियोजना निदेशालय सख्त रवैया अपनाने जा रहा है।

loksabha election banner

प्रदेश के करीब 2100 स्कूलों में आइसीटी लैब हैं। इनमें से अधिकतर स्कूल इस लैब का प्रयोग नाममात्र के लिए कर रहे हैं। इसे देखते हुए मंगलवार को एसएसए परियोजना निदेशक आशीष कोहली की अध्यक्षता में आइसीटी योजना अधिकारियों की बैठक बुलाई गई। बैठक के दौरान लैब का प्रयोग कम करने के मामले में चर्चा की गई। परियोजना निदेशक ने निर्देश दिए कि जिन स्कूलों में आइसीटी लैब की सुविधा है, उनकी निगरानी की जाए। स्कूलों में बच्चों को आधुनिक तरीके से शिक्षा प्रदान करने और कंप्यूटर का पूरा ज्ञान देने के लिए आइसीटी लैब खोली गई थीं। हर लैब पर करीब आठ लाख रुपये खर्च किए गए हैं। इसके अलावा लैब में प्रोजेक्टर की सुविधा भी है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.