इन्वेस्टर मीट के लिए 11.6 हजार बीघा का लैंड बैंक तैयार
जून में होने वाली इन्वेस्टर मीट के लिए उद्योग विभाग ने लैंड बैंक तैयार कर दिया है।
अजय बन्याल, शिमला
धर्मशाला में जून में होने वाली इन्वेस्टर मीट के लिए उद्योग विभाग ने लैंड बैंक तैयार किया है। नौ जिलों में 11,668 बीघा का लैंड बैंक बनाया गया है जिनमें सबसे अधिक कांगड़ा जिला में है। लैंड बैंक से संबंधित सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं।
लैंड बैंक पर भू राजस्व अधिनियम की धारा 118 लागू नहीं होगी। इस धारा के तहत जमीन से संबंधित अनुमति लेने के लिए कई महीने लग जाते थे। लैंड बैंक की सारी भूमि हिमाचल सरकार के नाम पर है। इस कारण उद्योगों को स्थापित करने में कोई अड़चन नहीं आएगी। मुख्य सचिव और उद्योग विभाग के अधिकारी 19 जनवरी को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ शिमला में विशेष समीक्षा बैठक करेंगे। इस दौरान लैंड बैंक का ब्योरे के अलावा तीन अहम ¨बदुओं पर चर्चा होगी जिनमें अनिवार्य प्रमाणपत्र (ईसी), प्लाट आवंटन और प्रोजेक्ट मॉडल को 15 दिनों के भीतर स्वीकृति दिलवाना शामिल है। पहले इन तीन प्रक्रिया को पूरा करने में औद्योगिक इकाइयों को कई साल लग जाते थे। इसी कारण औद्योगिक इकाइयां हिमाचल का रुख कम करती थीं। इन्वेस्टर मीट में 85 हजार करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य है। हर विभाग को लक्ष्य तय कर दिया गया है। ऊर्जा व पर्यटन विभाग का लक्ष्य 20-20 हजार करोड़ और उद्योग विभाग का लक्ष्य 15 हजार करोड़ रुपये है। दो नीतियां बना रहा उद्योग विभाग
उद्योग विभाग दो नई नीतियां बना रहा है। लघु एवं कुटीर उद्योगों के लिए पहली बार नीति बन रही है। इसमें औद्योगिक इकाई स्थापित करने के लिए क्या न्यूनतम नियम होंगे और सरकार व विभाग की तरफ से किस तरह की सहायता होगी शामिल होगा। दूसरी नीति प्रदेश में चलने वाले इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए होगी। अभी तक इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए नीति नहीं है। बिना नीति के वाहन चल रहे हैं। उद्योग विभाग 19 जनवरी को मुख्यमंत्री के समक्ष दोनों नीतियों की रूपरेखा का प्रस्तुतीकरण देगा।
बद्दी के बाद कांगड़ा होगा इंडस्ट्री हब
उद्योग विभाग ने कांगड़ा जिला में सबसे अधिक भूमि लैंड बैंक में चयनित की है। ऐसे में बद्दी के बाद कांगड़ा दूसरा सबसे बड़ा इंडस्ट्री हब बनकर उभरेगा। कांगड़ा में सबसे अधिक औद्योगिक इकाइयां लगेंगी। कांगड़ा के लिए बड़ी सौगात प्रदेश सरकार देने की तैयारी कर रही है। कांगड़ा के लोगों को घर के समीप रोजगार मुहैया करवाने की योजना पर कार्य हो रहा है। इससे स्थानीय उत्पादों को भी बढ़ावा मिल सकेगा। जिला,लैंड बैंक
कांगड़ा,7868
ऊना,2000
सोलन,918
शिमला,437
सिरमौर,174
हमीरपुर,92
बिलासपुर,88
कुल्लू,50
मंडी,41
कुल भूमि,11668 बीघा
(लैंड बैंक बीघा में)