यातायात बंद तो पैदल चलने को मजबूर लोग
जागरण संवाददाता शिमला शहर के लक्कड़बाजार में लोगों की आवाजाही जारी थी। लोग गंतव्य स्थान
जागरण संवाददाता, शिमला : शहर के लक्कड़बाजार में लोगों की आवाजाही जारी थी। लोग गंतव्य स्थानों की ओर जा रहे थे। आवश्यक सेवाओं संबंधी लोग भी अपने कार्यक्षेत्र की ओर बढ़ रहे थे। वहीं कर्फ्यू के बीच मिली ढील के चलते भी लोग राशन, सब्जी, दूध सहित जरूरी सामान खरीदने के लिए बाजार पहुंचे हुए थे। दुकानदार दुकानें खोल रहे थे। अधिकतर लोग पैदल आवाजाही कर रहे थे। कोरोना कर्फ्यू के चलते शहरभर में सार्वजनिक यातायात सुविधाएं बंद हैं। ऐसे में लोगों को पैदल आवाजाही करनी पड़ रही है। आवाजाही का अन्य साधन न होने के कारण लोग कार्यक्षेत्र के लिए आधा-एक घंटा पहले ही घर से चलना शुरू कर देते हैं।
लक्कड़बाजार में आवाजाही करते लोगों के बीच उचित शारीरिक दूरी के नियम का पालन हो रहा था। कोरोना के खिलाफ सतर्कता बरतते हुए लोग भीड़ में चलने से परहेज कर रहे थे। शहर में जगह-जगह आराम के लिए लगाए बैंचों पर बैठने से भी लोग बच रहे हैं, इसलिए शहर के रास्तों पर लगाए बैंच अकसर खाली नजर आते हैं।
लोग खुद ही बरत रहे एहतियात
शहर में संक्रमण के फैलाव ने भी तेजी पकड़ ली है। स्थिति को भांपते हुए लोगों ने एहतियात बरतना जारी रखा है। मुख्य शहर के अलावा उपनगरों में रोजाना कई मामले सामने आ रहे हैं। वहीं कई लोग गंभीर संक्रमण के चलते दम भी तोड़ रहे हैं। ऐसे में विभाग ने लोगों से अपील की है कि कोरोना के नियमों का यथावत पालन करें। लिफ्ट देने से कर रहे परहेज
कोरोना के खतरे को देखते हुए इमरजेंसी व स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं के लिए सरकार ने वाहनों में आधी क्षमता के साथ वाहनों को चलाने की अनुमति दी है। जरूरत के हिसाब कुछेक लोग निजी वाहनों का इस्तेमाल करते हैं। कोरोना के खतरे को देखते हुए सतर्कता बरतते हुए ऐसे लोग रास्ते में पैदल चल रहे लोगों को साथ बैठाने से कतरा रहे हैं, भले की चालक अकेला वाहन में सवार हो। संक्रमण के डर से वे लोगों को लिफ्ट देने से बचते हैं। यातायात सुविधा न होने की वजह से सुबह व शाम पैदल आवाजाही करनी होती है।