खेती की ओर नहीं केंद्र का ध्यान
हिमाचल किसान सभा जिला इकाई शिमला की दो दिवसीय विस्तारित बैठक एवं संगठनात्मक शिविर का रामपुर में समापन हुआ। बैठक में राच्य कमेटी से अध्यक्ष डॉ कुलदीप सिंह तंवर राच्य उपाध्यक्ष विश्वनाथ शर्मा ने विशेष रूप
संवाद सहयोगी, रामपुर बुशहर : 'कृषि क्षेत्र में चल रहे लगातार संकट से निकलने के लिए सरकार के स्तर पर कोई ठोस प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। केंद्र सरकार पर किसानों के बदले बड़े उद्योगपतियों के हित साध रही है।' यह बात राज्य किसान सभा के अध्यक्ष डॉ. कुलदीप सिंह तंवर ने रामपुर में हिमाचल किसान सभा शिमला की दो दिवसीय विस्तारित बैठक एवं संगठनात्मक शिविर में कही। उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्ष में अंबानी, अडानी व बाबा रामदेव सहित बड़े कारोबारियों की आमदनी में तो सैकड़ों गुणा इजाफा हुआ, लेकिन किसान को फसलों के लाभकारी दाम नहीं मिल रहे हैं। आज देश में आर्थिक मंदी से कई कारखानों एवं व्यवसायों पर प्रतिकूल असर पड़ा है, जिससे हजारों व लाखों की संख्या में लोग रोजगार गंवा रहे हैं। राज्य उपाध्यक्ष विश्वनाथ शर्मा ने विशेष रूप से भाग लिया। शिविर का उद्घाटन करते हुए जिला अध्यक्ष सत्यवान पुंडीर ने बताया कि अखिल भारतीय किसान काउंसिल की बैठक द्वारा तय रूपरेखा के अनुरूप पूरे देश में संगठनात्मक दुरुस्तीकरण श्रृंखला के तहत किया जा रहा है। इसके तहत किसान सभा की विभिन्न स्तरों पर कमेटियों में सदस्यों को शामिल करते हुए किसान सभा के संघर्षो, आंदोलनों तथा संगठनात्मक प्रक्रियाओं का अवलोकन व समीक्षा की गई।
जिलाध्यक्ष ने कहा कि पिछले वर्षो में किसान सभा की अगुवाई में लड़े जा रहे आंदोलनों से संगठन विकास को प्राथमिकता देने की जरूरत है। इस दौरान किसान सभा राज्य उपाध्यक्ष विश्वनाथ शर्मा ने जानकारी दी तथा गांव व वार्ड स्तर पर प्राथमिक इकाईयों को मजबूत करने के बारे में बताया गया। शिविर का समापन जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रो. राजेंद्र चौहान ने किया तथा बैठक में छह खंडों के 60 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
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नारकंडा में धरना देगी किसान सभा
जिला कमेटी की भी बैठक की गई, जो एक अक्टूबर को नारकंडा में सेब के मुद्दे पर धरने में किसान सभा हिस्सा लेगी। दो दिसंबर को प्रत्येक खंड में स्थानीय मुद्दों पर चौबीस घंटे का धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इसमें रामपुर के दत्तनगर में दूध के मुद्दे पर छह खंडों के किसानों द्वारा रोहडू अस्पताल में आ रही समस्याओं पर ठियोग में बिजली, गैस, पानी व सार्वजनिक समस्याओं पर कसुम्पटी में सब्जियों व सार्वजनिक सेवाओं की समस्याओं पर प्रदर्शन किए जाएंगे।