रिकांग पिओ, संवाद सहयोगी । जिला किन्नौर के तेलंगी गांव के 4 फरवरी से लापता हुए 54 वर्षीय व्यक्ति के हत्यारोपित राज कुमार पूह निवासी को मंगलवार को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपी को 10 फरवरी तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
पिता के लापता होने की लिखाई थी शिकायत
वहीं जिला पुलिस ने हत्या के आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर हत्या की गुत्थी सुलझाने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। शव को पोस्टमार्टम के लिए शिमला भेजा गया है व जांच जारी है। 5 फरवरी को तेलंगी निवासी सुदर्शन ने रिकांगपिओ थाना में शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसके पिता खेमराज 4 फरवरी को किसी काम से रिकांगपिओ में बैंक गए थे, परंतु वह घर वापिस नहीं लौटे जिस पर अगले दिन पुलिस थाने में लापता होने की शिकायत करवाई।
जिस पर एसपी किन्नौर विवेक चहल ने एक टीम का गठन किया और छानबीन व पूछताछ जारी की। जब पुलिस की छानबीन शुरू की तो उन्होंने 4 फरवरी के दिन तेलंगी निवासी के वाहन की चालान हुईं थीं तो उस चालान के सीसीटीवी फुटेज निकाला जिसमें उन्होंने तेलंगी निवासी के वाहन को राज कुमार (आरोपी) नामक व्यक्ति को चलाते हुए पाया।
पूछताछ के दौरान कबूला जुर्म
डीएसपी हेड ने कहा कि शक के आधार पुलिस ने उक्त व्यक्ति के प्रेजेंट लोकेशन को खंगाला तो शिमला की ओर जाते हुए पाया। जिस पर पुलिस ने शिमला पुलिस से संपर्क किया और उक्त व्यक्ति का फोटो साझा किया, परंतु आरोपी शिमला पुलिस की नजरों में नहीं आया व चंडीगढ़ की ओर निकला जहां चंडीगढ़ पुलिस की मदद से राजकुमार को दबोच लिया और रिकांगपिओ लाया गया। आरोपित ने पूछताछ के दौरान अपना जुर्म कबूल लिया है।
रामपुर अदालत में पेश किया जा रहा आरोपित
क्वार्टर नवीन झालटा ने कहा कि हत्या के आरोपी से जब पूछताछ की तो उसने बताया कि खेमराज की हत्या पांगी-कश्मीर सड़क पर कर उसकी लाश सड़क से नीचे फेंक दी है जब आरोपी को मौका वारदात पर ले जाया गया तो वहां से शव को बरामद किया गया। डीएसपी ने कहा कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए शिमला भेजा गया है और आरोपी को रामपुर अदालत में पेश किया जा रहा है। वहीं पुलिस ने पोवारी के पास एनएच 5 के किनारे तेलंगी निवासी व्यक्ति की क्षतिग्रस्त गाड़ी भी बरामद की है।
आरोपी ने कबूला अपना जुर्म
आरोपी राजकुमार ने 4 फरवरी के दिन खेमराज की हत्या कर उसे पांगी-कश्मीर एनएच 505 सड़क किनारे फेंक दिया और खेमराज की गाड़ी में ही पोवारी स्थित एनएच 5 पर पहुंचा। वहां चाबी समेट गाड़ी छोड़कर स्वयं हिमाचल परिवहन की बस में शिमला निकल गया और शिमला से बस में सवार होकर चंडीगढ़ पहुंचा जहां पर उसे धर दबोचा। प्राप्त जानकारी के अनुसार राजकुमार के नाम पर पुलिस में चोरी चकारी के मामले भी दर्ज है।