जन आंदोलन से खत्म करना होगा नशा : कलराज मिश्र
सोमवार को राजभवन में आयोजित समारोह में कलराज मिश्र ने हिमाचल के 26वें राज्यपाल के रूप में शपथ ली।
शिमला, राज्य ब्यूरो। हिमाचल के राज्यपाल कलराज मिश्र ने युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति को सर्वोच्च प्राथमिकता के तौर पर लिया है। नशे के खात्मे के लिए जन आंदोलन चलाने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि कानून अपनी जगह है, लेकिन नशे की प्रवृत्ति को खत्म करने के लिए जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है। सोमवार को हिमाचल के राज्यपाल की शपथ लेने के बाद मीडिया से पहली मुलाकात में राज्यपाल कलराज मिश्र ने स्पष्ट कर दिया कि स्वास्थ्य, प्राकृतिक संवर्धन व विकास उनका मूलमंत्र रहेगा।
प्रदेश के गरीब लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के अलावा उन्होंने बेटियों की सुरक्षा पर चिंता प्रकट की। बेटियों को उच्च शिक्षा प्रदान करने की दिशा में कदम उठाए जाने चाहिए। वह हिमाचल के लिए नए नहीं हैं, यहां भाजपा प्रभारी के रूप में काम कर चुके हैं। एक सवाल के जवाब में राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल के हित में जो कार्य चल रहे हैं, वे जारी रहेंगे। शून्य लागत प्राकृतिक खेती का जिक्र करते हुए कहा कि मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल में इसे केंद्र ने भी शुरू किया है।
हिमाचल के 26वें राज्यपाल के रूप में ली शपथ कलराज मिश्र ने सोमवार को राजभवन में आयोजित समारोह में हिमाचल के 26वें राज्यपाल के रूप में शपथ ग्रहण की। हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति वी रामासुब्रमण्यन ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस अवसर पर राज्यपाल को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। मुख्य सचिव बीके अग्रवाल ने नियुक्ति का पत्र पढ़ा। राज्यपाल के सचिव राकेश कंवर ने कार्यभार प्रमाणपत्र पर राज्यपाल के हस्ताक्षर करवाए।
राज्यपाल के शपथ ग्रहण समारोह में उत्तर प्रदेश से करीब 296 मेहमान पहुंचे। विशेष मेहमानों को राज्य अतिथि का दर्जा दिया गया था। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, राज्यपाल की पत्नी सत्यवती मिश्र और मुख्यमंत्री की पत्नी डॉ. साधना ठाकुर, पंजाब के राज्यपाल वीपी ¨सह बदनौर व उनकी पत्नी, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव ¨बदल, पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र ¨सह व प्रेम कुमार धूमल, मंत्री, विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री, हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश, विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज, विधायक, अध्यक्ष राज्य उपभोक्ता एवं निवारण आयोग पीएस राणा, उत्तर प्रदेश के श्रम कल्याण परिषद के राज्य मंत्री सुनील भारद्वाज, राज्य लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष मेजर जनरल डीवीएस राणा आदि उपस्थित थे।