एपीजी विश्वविद्यालय में दाखिले में गड़बड़झाला
शिमला के निजी एपीजी यूनिवर्सिटी के लॉ डिपार्टमेंट (विधि विभाग) में दाखिलों में गड़बड़झाला हुआ है। निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग ने गड़बड़ी पकड़ी है। आयोग का आरोप कि कई विदेशी छात्रों के दाखिलों और डिग्री आवंटित करने में कायदे- कानूनों को ताक पर रखा गया। अब आयोग ने सभी विदेशियों की शैक्षणिक योग्यता उनके देशों के नाम पत्ते कब- कब कोई सी पढ़ाई कहां से की आदि का पूरा रिकॉर्ड तलब किया है। संस्थान को नोटिस भी जारी होगा। पूरा रिकॉर्ड सामने आने पर गड़बड़ी साबित होने की सूरत में डिग्रियां रद होगी और संस्थान के खिलाफ एफआइआर दर्ज की जाएगी। साथ ही जुर्माना भी लगाया जाएगा।
रमेश सिंगटा, शिमला
राजधानी शिमला में निजी अलख प्रकाश गोयल (एपीजी) विश्वविद्यालय के लॉ डिपार्टमेंट (विधि विभाग) में दाखिलों में गड़बड़झाला हुआ है। निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग ने यह गड़बड़ी पकड़ी है। आयोग का आरोप है कि कई विदेशी विद्यार्थियों के दाखिलों और डिग्री आवंटित करने में कायदे-कानून को ताक पर रखा गया। एक विदेशी छात्र को दो साल की डिग्री डेढ़ साल में दी गई।
आयोग ने सभी विदेशी विद्यार्थियों की शैक्षणिक योग्यता, उनके देशों के नाम पते, कब-कब कौन सी पढ़ाई कहां से की आदि का पूरा रिकॉर्ड तलब किया है। संस्थान को अब नोटिस जारी होगा। पूरा रिकॉर्ड सामने आने पर गड़बड़ी साबित होने की सूरत में डिग्रियां रद होंगी और संस्थान के खिलाफ एफआइआर दर्ज की जाएगी। इसके अलावा जुर्माना भी लगाया जाएगा। आयोग के सदस्य डॉ. एसपी कत्याल ने एपीजी का विश्वविद्यालय का दौरा किया था। उस दौरान कुछ रिकॉर्ड हाथ लगा था। अब इससे संबंधित पूरा रिकॉर्ड मंगवाया गया है। ये पाई गई गड़बड़ियां
-वर्ष 2014-15 में स्कूल ऑफ लीगल स्टडीज यानी लॉ के पहले सेमेस्टर में बीए एलएलबी में 22 एडमिशन हुई। इसके तीसरे सेमेस्टर में 25 दाखिले हो गए। बार काउंसिल ऑफ इंडिया माइग्रेशन की इजाजत नहीं देती है।
-वर्ष 2014-15 में बीबीए एलएलबी पहले सेमेस्टर में 12 एडमिशन हुई। तीसरे सेमेस्टर में 14 विद्यार्थी हो गए।
-अफगानिस्तान से एक छात्र जनवरी 2018 में आया। उसका दो साल का एलएलएम कोर्स इस साल जुलाई में पूरा हो गया।
-एक अन्य छात्र ने जमा दो कक्षा वर्ष 2015 में पास की। उसका बीए एलएलबी में एडमिशन 2014-2019 सत्र के लिए हो गया।
-एक छात्र ने जमा दो कक्षा वर्ष 2015 में पास की। उसका एलएलबी पांचवां सेमेस्टर 2016-17 में हो गया।
--------- दर्ज करवाई जाएगी एफआइआर
एपीजी विश्वविद्यालय में विधि विभाग में दाखिलों में धांधलियां पाई गई हैं। एक विदेशी छात्र को दो साल की डिग्री करीब डेढ़ साल में ही दी गई। पहले सेमेस्टर में जितने विद्यार्थी थे, दूसरे सेमेस्टर में उससे कैसे बढ़ गए जबकि माइग्रेशन की अनुमति नहीं है। अनियमितताओं का दायरा बढ़ सकता है। आयोग ने पूरा रिकॉर्ड तलब किया है। नोटिस जारी होगा और एफआइआर भी दर्ज करवाई जाएगी। नियमों का उल्लंघन करने वाले संस्थान पर कानूनन कड़ी कार्रवाई होगी।
डॉ. एसपी कत्याल, सदस्य, शिक्षा नियामक आयोग, हिमाचल प्रदेश