व्यापारिक गतिविधियों का प्रतीक अंतरराष्ट्रीय लवी मेला शुरू
रामपुर में अंतरराष्ट्रीय लवी मेला रविवार को शुरू हुआ।
संजय भागड़ा, रामपुर बुशहर। अंतरराष्ट्रीय लवी मेला रविवार को शुरू हुआ। रामपुर के पाट बंगला कॉलेज मैदान में सुबह 11 बजे राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने मेले का विधिवत शुभारंभ किया और लोगों को शुभकामना दी। राज्यपाल ने कहा कि लवी मेले का इतिहास काफी पुराना है और 1681 में इस मेले की शुरुआत हुई थी। तब से आजतक यह मेला व्यापारिक गतिविधियों का प्रतीक रहा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल देवभूमि है, लेकिन आज हिमाचल में युवा वर्ग नशे की गिरफ्त में आ गया है। इससे देवभूमि को काफी नुकसान हुआ है। प्रदेश के लोगों को स्वयं इस ओर चिंतन करने की आवश्यकता है।
समाज को साफ सुथरा बनाने और आगे बढ़ाने के लिए नशे को जड़ से समाप्त करना ही होगा। प्रदेश सरकार नशे को समाप्त करने के लिए प्रयास कर रही है। चिंता व्यक्त की कि मेले के दौरान रामपुर व आसपास जुआ खेला जा रहा है। पुलिस को निर्देश दिए कि सख्ती से जुए को बंद करने में पहल करे। आचार्य ने जीरो बजट खेती करने पर बल दिया, जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और लागत भी कम आएगी। प्रदेश सरकार ने इस खेती के लिए 25 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। जीरो बजट खेती की कृषि विभाग के कार्यालय में जाकर पूरी जानकारी हासिल की जा सकती है।
राज्यपाल ने लोगों से गोमाता की सेवा करने की अपील भी की। गोमूत्र और गोबर में कई प्रकार के गुण हैं, जिन्हें खेती के लिए उपयोग में लाया जा रहा है। बेसहारा गोमाता को घर ले जाकर सेवा करने की बात भी कही। इस दौरान नरेंद्र बरागटा, उपायुक्तअमित कश्यप, स्थानीय विधायक नंद लाल, आनी के विधायक किशोरी लाल सागर ने भी संबोधित किया और लवी मेले की शुभकामना दी।