पांच एंबुलेंस में बढ़ाई ऑक्सीजन क्षमता
कोरोना मरीजों को अस्पताल पहुंचने में परेशानी नहीं होगी। जिला स्व
जागरण संवाददाता, शिमला : कोरोना मरीजों को अस्पताल पहुंचने में परेशानी नहीं होगी। जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से मरीजों को रिपन या आइजीएमसी शिफ्ट करवाने वाली एंबुलेंस में ऑक्सीजन क्षमता बढ़ाई गई है। एंबुलेंस में अधिक क्षमता के सिलिडर लगवाए गए हैं ताकि दूरदराज के क्षेत्रों से मरीजों को अस्पताल पहुंचाने में दिक्कत न हो और उनका समय पर इलाज हो सके। विभाग ने कोरोना मरीजों के लिए पांच एंबुलेंस चलाई हैं। इनमें साधारण एंबुलेंस की अपेक्षा अधिक क्षमता के सिलिडर लगवाए हैं। तीन एंबुलेंस में सात-सात हजार क्यूबिक लीटर और दो में 4500-4500 क्यूबिक लीटर क्षमता वाले सिलिडर हैं।
जिला निगरानी अधिकारी डाक्टर राकेश भारद्वाज का कहना है कि दूरदराज के इलाकों से कोरोना संक्रमित मरीज को शिफ्ट करने के लिए चलाई गई एंबुलेंस में पर्याप्त ऑक्सीजन का इंतजाम होता है। समय-समय पर इनमें इस्तेमाल होने वाले उपकरणों की मॉनिटरिग होती है। एंबुलेंस में पैरामेडिकल स्टाफ उपलब्ध रहता है, जो मरीज को अस्पताल पहुंचाता है। तीमारदार न होने से स्वास्थ्य कर्मी मरीज की देखभाल करते हैं।
शिमला में तेजी से फैल रहा कोरोना वायरस का संक्रमण
शिमला में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। रोजाना 150 से 200 लोग संक्रमित हो रहे हैं। कोरोना से मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। कोरोना संक्रमण शरीर में प्रवेश करने के बाद फेफड़ों पर प्रभाव डालता है। गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीज को यह संक्रमण कई बार गंभीर स्थिति में पहुंचा देता है और मरीज को सांस लेने में दिक्कत होती है। ऐसे में मरीज को तुरंत अस्पताल शिफ्ट करना पड़ता है। अगर अस्पताल पहुंचाने वाली एंबुलेंस में ऑक्सीजन की कमी हुई तो मरीज की मौत हो सकती है। शिमला में वर्तमान में करीब 1970 लोग संक्रमित हैं। स्वास्थ्य विभाग मरीजों को ऑक्सीमीटर भी उपलब्ध करवा रहा है।