आइजीएमसी शिमला से दस और नर्सो ने मांगा तबादला
राज्य के सबसे बड़े इंदिरा गांधी अस्पताल में 10 स्टॉफ नर्सों ने तबादले के लिए आवेदन किया है। यह स्टॉफ नर्सें आईजीएमसी को छोड़कर अपने पसंद के स्वास्थ्य संस्थान में सेवाएं देना चाहती हैं। इससे पहले एक पखबाड़े के भीतर राज्य के इस अस्पताल से 25 स्टॉफ नर्सों ने तबादला करवा लिया था। तबादला करवा रही स्टॉफ नर्सिज आईजीएमसी में तीन साल से सेवाएं दे रही थीं। अस्पताल में नर्सों की कमी को देखते हुए प्रदेश उच्च न्यायालय ने सरकार से 100
राज्य ब्यूरो, शिमला : प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आइजीएमसी शिमला से 10 और नर्सो ने तबादले के लिए आवेदन किया है। ये स्टॉफ नर्से अपने पसंद के स्वास्थ्य संस्थान में सेवाएं देना चाहती हैं। करीब 15 दिन पहले ही यहां से 25 स्टॉफ नर्सो ने तबादला करवा लिया था। ये यहां तीन साल से सेवाएं दे रही थीं।
अस्पताल में नर्सो की कमी को देखते हुए प्रदेश उच्च न्यायालय ने प्रदेश सरकार से 100 स्टॉफ नर्सो की नियुक्ति करने को कहा था। एक तरफ स्टॉफ नर्सो की नियुक्ति हुई और दूसरी ओर अनुभवी नर्साें ने तबादला करवा लिया। मुख्यमंत्री को करवाया मामले से अवगत
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को भी इस मामले से अवगत करवाया गया है। अचानक इतनी संख्या में तबादला करवाने के कारणों की जांच करने को कहा गया है। नए तबादला संबंधी आवेदनों पर रोक लगाने को कहा गया है।
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तीन या पांच साल के बाद प्रत्येक नर्स को उसके पसंद के स्थान पर भेजना चाहिए। जहां तक बहाने लगाने का सवाल है तो इसमें अस्पताल प्रशासन को देखना होगा। मरीजों की संख्या के अनुपात में नर्सिग स्टॉफ की कमी है। सरकार को नर्सो की भर्ती होनी चाहिए।
-ज्योति वालिया, अध्यक्ष, हिमाचल प्रदेश नर्सिंग एसोसिएशन। स्टॉफ नर्सों का बड़ी संख्या में तबादला करवाना चिता का विषय है। नर्सिंग स्टॉफ को स्वेच्छा से आइजीएमसी में सेवा करने के लिए आगे आना चाहिए।
-अजय गुप्ता, निदेशक, स्वास्थ्य विभाग।