आइजीएमसी में पौना घंटा लिफ्ट में फंसे रहे मरीज व तीमारदार
जागरण संवाददाता, शिमला : इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (आइजीएमसी) शिमला में सोमवार
जागरण संवाददाता, शिमला : इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (आइजीएमसी) शिमला में सोमवार दोपहर साढ़े 12 बजे बिजली चले जाने से मरीज व तीमारदार पौने घंटे तक लिफ्ट में फंस गए। लिफ्ट में फंसे लोगों ने फोन पर साथ आए परिजनों को सूचित किया तथा अस्पातल के बिजली विभाग को जानकारी दी। वहीं तीमारदार लिफ्ट के बाहर मरीजों को स्ट्रेचर व व्हील चेयर पर लिफ्ट के खुलने का इंतजार करते रहे। कुछ मरीजों को सीढि़यों का सहारा लेना पड़ा। स्टाफ की कमी के कारण आइजीएमसी में यही हाल हो रहे हैं। शिफ्ट अनुसार एक-एक आदमी सारा आइजीएमसी देखता है। एक्सपर्ट और सिक्योरिटी विभाग की मुस्तैदी से करीब पौने घंटे बाद लिफ्ट को खोला गया।
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क्योस्क मशीन हुई खराब, पर्ची काउंटर पर लगी भीड़
आइजीएमसी में मरीजों की सुविधा के लिए लगाई क्योस्क मशीन अचानक से जवाब दे गई। इससे रजिस्ट्रेशन काउंटर पर दिनभर पर्ची काटने के लिए भीड़ लगी रही। पहले यहां पर दो क्योस्क मशीनें लगाई गई थी। खराब होने के चलते एक मशीन को ठीक करने की जगह हटा दिया गया है। वहीं एक्स-रे करवाने के लिए भी अस्पताल में लोगों की भीड़ लगी रही। लोगों ने बताया कि उनको कभी आपातकाल तो कभी डायग्नोसिस विभाग में एक्सरे करवाने के लिए भेजा जा रहा है। अस्पातल में एक्स-रे न होने पर कुछ लोगों को निजी लैब में एक्स-रे करवाने पड़े। अस्पताल में करीब 250 से 300 एक्स-रे प्रतिदिन होते हैं। इसमें एक एक्स-रे करने में पांच से 20 मिनट का समय लग जाता है। ऐसे में सभी मरीजों के एक्स-रे करवा पाना कोई आसान काम नहीं है।