दागी अफसरों की सूची में डाले निलंबित आइजी, एसपी
हिमाचल प्रदेश के बहुचर्चित कोटखाई में स्कूली छात्रा के साथ दुष्कर्म एवं हत्या से जुडे़ सूरज हत्याकांड मामले में राज्य सरकार ने तीन आरोपित बड़े अफसरों निलंबित आइजी जैड एच जैदी शिमला के पूर्व एसपी डीडब्ल्यू नेगी ठियोग के पूर्व डीएसपी मनोज जोशी को ऑफिसर ऑफ डाउटफुल इंटेग्रिटी (ओडीआई) में डाला है।
राज्य ब्यूरो, शिमला : बहुचर्चित कोटखाई स्कूली छात्रा प्रकरण से जुडे़ सूरज हत्याकांड मामले में राज्य सरकार ने तीन आरोपित बड़े अफसरों निलंबित आइजी जैड एच जैदी, शिमला के पूर्व एसपी डीडब्ल्यू नेगी और ठियोग के पूर्व डीएसपी मनोज जोशी को ऑफिसर ऑफ डाउटफुल इंटेग्रिटी (ओडीआइ) में डाल दिया है। इसमें दागी अफसरों के नाम शामिल होते हैं। बेशक यह अफसर दो वर्ष से निलंबित हैं और जेल में भी रहे, बावजूद इसके उन्हें ओडीआइ से बाहर रखा था। उनके जेल से बाहर आने के बाद सरकार के पास फाइल भेजी गई। इस पर कड़ा फैसला लिया गया है। अब इनके खिलाफ एक और जांच खुलेगी।
तीनों अफसर अभी सेवाओं में तो हैं, लेकिन इनका निलंबन बहाल नहीं हुआ है। इस पर भी सरकार अभी जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं ले पाएगी। सूत्रों के अनुसार इस पर अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री करेंगे। उधर, ओडीआइ में आने के बाद विभागीय जांच भी शुरू होगी। अगर इसमें वह दोषी पाए गए तो फिर उनके खिलाफ मेजर पेनल्टी भी लग सकती है। ऐसे मामलों की इन्क्वायरी आयुक्त (विभागीय जांच) करते हैं।
सीबीआइ कोर्ट में चल रहा ट्रायल
सूरज हत्याकांड का ट्रायल चंडीगढ़ की सीबीआइ कोर्ट में चल रहा है। यह केस शिमला से शिफ्ट हो गया था। छात्रा की दुष्कर्म व हत्या मामले में आरोपित सूरज की पुलिस हिरासत में मौत के बाद सीबीआइ ने पूर्व आइजी जैदी समेत आठ पुलिस कर्मचारियों को 29 अगस्त 2017 को गिरफ्तार किया था। वहीं ठियोग के पूर्व डीएसपी मनोज जोशी, एएसआइ राजेंद्र सिंह, एएसआइ दीप चंद, एचएससी सूरत सिंह, मोहन लाल, रफीक अली व रंजीत को भी गिरफ्तार किया था। सीबीआइ ने 16 नवंबर 2017 को शिमला के पूर्व एसपी डीडब्ल्यू नेगी को गिरफ्तार किया था।
कब क्या हुआ
-4 जुलाई : कोटखाई के हलाइला क्षेत्र के स्कूल की छात्रा गायब
-6 जुलाई : हलाइला के जंगल में मिला शव, पुलिस ने जांच शुरू की
-7 जुलाई : पोस्टमार्टम में दुष्कर्म की पुष्टि ।
-10 जुलाई : सरकार ने एसआइटी गठित की, आइजी को सौंपी जांच
-11 जुलाई : चार युवकों को पूछताछ के लिए पकड़ा
-18 जुलाई : आधी रात को पुलिस हिरासत में एक आरोपित की मौत
-20 जुलाई : हाईकोर्ट ने सीबीआइ को सौंपा जांच का जिम्मा
-22 जुलाई : सीबीआइ ने दिल्ली में दो मामले दर्ज किए
-29 अगस्त : आईजी सहित आठ पुलिस कर्मी गिरफ्तार
-16 नवंबर : पूर्व एसपी डीडब्लयू नेगी भी गिरफ्तार
- 25 नवंबर : सीबीआइ ने एसआइटी के खिलाफ चार्जशीट दायर की
-25 अप्रैल 2018 : सीबीआइ ने कोर्ट में फाइनल स्टेटस रिपोर्ट पेश की
-5 अप्रैल 2019 : आइजी जैदी को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली
-18 अप्रैल 2019 : पूर्व एसपी नेगी को हाईकोर्ट से मिली जमानत