वाहनों में बच्चे ठूंस-ठूंस कर भरे तो स्कूल की मान्यता रद
उच्च शिक्षा निदेशालय ने निर्देश दिए हैं कि स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
शिमला, राज्य ब्यूरो। कांगड़ा जिला के नूरपुर उपमंडल की ठेहड़ पंचायत में स्कूल बस हादसे के बाद शिक्षा विभाग भी हरकत में आ गया है। प्रदेशभर में अब अगर निजी स्कूलों के वाहनों में बच्चे ठूंस-ठूंस कर भरे नजर आए तो उस स्कूल की मान्यता रद कर दी जाएगी। इस संबंध में शिक्षा विभाग ने उप निदेशकों से रिपोर्ट मांगी है। शिक्षा सचिव अरुण शर्मा ने प्राप्त निर्देशों के बाद उच्च शिक्षा निदेशालय ने सभी उप निदेशकों को निजी स्कूलों और सरकारी स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा पुख्ता बनाने को कहा है। उच्च शिक्षा निदेशालय ने निर्देश दिए हैं कि स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसा करने वाले निजी स्कूल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और सरकारी स्कूल यदि बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़ करता नजर आया तो वहां प्रिंसिपल या मुख्य अध्यापक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
सरकारी स्कूलों में भी पुख्ता होगी बच्चों की सुरक्षा
निर्देशों में साफ कहा गया है कि अभी जिन स्कूलों के भवन असुरक्षित घोषित किए गए हैं वहां बच्चों को न बैठाया जाए। स्कूलों में चारदीवारी का कार्य पूरा करवाया जाए। स्कूल के मुख्यद्वार पर सुविधा के अनुसार रैंप बनवाएं। यदि स्कूल के सड़क के किनारे है तो सड़क किनारे बच्चों को पैदल चलने के लिए रैंप बनेगा।
निजी और सरकारी स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर सभी उप निदेशकों को दिशा निर्देश जारी किए हैं। उन्हें रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है। यदि किसी निजी स्कूल के बच्चे वाहन में ठूंस-ठूंस कर भरे हुए नजर आए तो स्कूल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में निजी स्कूल की मान्यता रद करने का भी प्रावधान है। -डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा संयुक्त निदेशक उच्च शिक्षा विभाग।