यूजीसी से उठेगा इक्डोल केंद्र की मान्यता बहाली का मुद्दा
जागरण संवाददाता, शिमला : हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के अंरराष्ट्रीय दूरवर्ती शिक्षा एवं मुक्त अध्ययन क
जागरण संवाददाता, शिमला : हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के अंरराष्ट्रीय दूरवर्ती शिक्षा एवं मुक्त अध्ययन केंद्र (इक्डोल) की मान्यता बहाली का मुद्दा यूजीसी से उठाया जाएगा। इसके लिए विश्वविद्यालय के कुलपति नई दिल्ली गए है। वह यूजीसी के चेयरमैन से मामले को उठाएंगे।
सूत्रों के अनुसार बुधवार को शाम के समय उनकी यूजीसी के चेयरमैन से मुलाकात हुई है और अब वीरवार को भी मुलाकात होगी। दूरवर्ती शिक्षा कोर्स चलाने के लिए मान्यता के लिए नेशनल एक्रीडेशन एंड असेस्मेंट काउंसिल (नैक) द्वारा निर्धारित मानकों में छूट मिलने के बाद यूजीसी ने सितंबर में एडमिशन पोर्टल खोला था। इसके खुलने के बाद इक्डोल ने मान्यता बहाल करवाने के लिए सभी जरूरी दस्तावेजों को निर्धारित अवधि में पोर्टल पर डाल दिया था। इसके साथ ही शपथ पत्र भी दाखिल किया है। इक्डोल की मान्यता बहाल करवाने के लिए शपथ पत्र के माध्यम से इक्डोल प्रबंधन ने शैक्षणिक सत्र 2019-20 के अंत तक हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय का इक्डोल 4 प्वाइट स्केल पर जरूरी 3.26 प्वाइंट्स नैक स्कोर प्राप्त करने का हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने आश्वासन दिया है। यह भी सूचित किया है कि इक्डोल में चल रहे एमबीए व एमसीए डिग्री कोर्स विभिन्न साविधिक निकाय की स्वीकृति के बाद चल रहे है। इसके अलावा ओपन डिस्टेंस लर्निग (ओडीएल) के तहत चल रहा बीएड कोर्स भी एनसीटीई से स्वीकृति प्राप्त हैं। रीजनल सैंटर में एकैडमिक और इस्ट्रक्शनल फैसिलिटीज यानी कि सैल्फ लर्निग मैटीरियल, आधारभूत ढाचा और स्टूडेट स्पोर्ट मैटीरियल को लेकर निर्धारित शर्ते ओडीएल रेगुलेशन्स 2017 के तहत पूरी करता है।
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इक्डोल के पास अभी 3.21 प्वाइंट्स हैं। दो साल में अब इक्डोल प्रबंधन को इसमें सुधार करना होगा और कम से कम 3.26 प्वाइंट्स हासिल करने होंगे। इक्डोल केंद्र की मान्यता संबंधी मामले को लेकर मैं नई दिल्ली में हू। इस संबंध में यूजीसी के चेयरमैन के समक्ष रखा जाएगा।
-डॉ. सिकंदर कुमार, कुलपति हिमाचल प्रदेश विवि।