दुबई जाएंगे आइजी जैदी, सरकार से मांगी अनुमति
बहुचर्चित मामले से जुड़े सूरज हत्या केस के आरोपित आइजी जैड एच जैदी दुबई जाने की तैयारी में हैं। वह हिमाचल प्रदेश वक्फ बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीआइओ) हैं। सूत्रों के अनुसार वह विदेश सरकारी कार्य से जाएंगे। इसके लिए उन्होंने राज्य सरकार से पासपोर्ट बनाने की अनुमति मांगी है। उन्होंने इसकी आधिकारिक सूचना गृह विभाग को दी है। जैसे ही उन्हें अनुमति मिलेगी वैसे ही इसकी सूचना पासपोर्ट अथोरिटी को भेजी जाएगी। गृह विभाग के सूत्रों के अनुसार यह फाइल अतिरिक्त मुख्य सचिव के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के पास जाएगी।
राज्य ब्यूरो, शिमला : कोटखाई में छात्रा की दुष्कर्म के बाद हत्या मामले से जुड़े सूरज हत्या केस के आरोपित आइजी जेड एच जैदी दुबई जाने की तैयारी में हैं। वह हिमाचल प्रदेश वक्फ बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) हैं। सूत्रों के अनुसार वह विदेश सरकारी कार्य से जाएंगे। उन्होंने राज्य सरकार से विदेश जाने की अनुमति मांगी है। उन्होंने पासपोर्ट बनवाने के लिए भी सरकार को सूचित किया है। उन्होंने इसकी आधिकारिक सूचना गृह विभाग को दी है।
जैसे ही जैदी को अनुमति मिलेगी, वैसे ही इसकी सूचना पासपोर्ट अथॉरिटी को भेजी जाएगी। गृह विभाग के सूत्रों के अनुसार यह फाइल अतिरिक्त मुख्य सचिव के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के पास जाएगी। शिमला की पूर्व एसपी एवं थर्ड आइआरबी पंडोह की कमांडेंट सौम्या सांबशिवन ने जैदी की राज्य सरकार से शिकायत की थी। इसके बाद चंडीगढ़ की सीबीआइ कोर्ट में भी शिकायत की। इसमें आइजी पर बयान बदलने के लिए मानसिक दबाव बनाने का आरोप लगाया गया। इस संबंध में महिला आइपीएस ने डीजीपी से भी शिकायत की थी। उनकी शिकायत के आधार पर अभी राज्य सरकार ने जैदी के खिलाफ विभागीय जांच नहीं खोली है। हालांकि कमांडेंट के बाद कोटखाई दुष्कर्म एवं हत्या मामले के पीड़ित परिवार ने भी आइजी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। इससे पहले पीड़ित परिवार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मुलाकात कर चुका है। मृतका के माता-पिता ने सीबीआइ जांच पर सवाल उठाए थे। उन्होंने पूरे मामले की न्यायिक जांच करवाने की गुहार लगाई थी। मुख्यमंत्री ने मांग पत्र को मुख्य सचिव और डीजीपी को भेजा था लेकिन डीजीपी इस पर टिप्पणी करने से इंकार कर रहे हैं। सौम्या दो साल से एसपी नहीं बन पाई हैं। वह पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में पहले सिरमौर और फिर शिमला की एसपी रहीं। तब सरकार उन पर मेहरबान थी। सूत्रों के अनुसार यह महिला अधिकारी दोबारा किसी जिले की एसपी बनना चाहती हैं।