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एचपीयू में नौकरियों के लिए आवेदन पत्र फीस दोगुनी

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) में शिक्षक और गैर शिक्षक कर्मचारियों के पदों पर होने वाली भर्तियों के लिए अब आवेदन करना महंगा होगा। एचपीयू ने आवेदन पत्र (प्रार्थना पत्र शुल्क) के शुल्क में दोगुनी बढ़ोतरी की है। सोमवार को हुई कार्यकारिणी परिषद् की बैठक में आवेदन पत्र (प्रार्थना पत्र शुल्क) के रेट में दोगुनी बढ़ोतरी करने का निणर्य लिया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Dec 2019 07:25 PM (IST)Updated: Mon, 23 Dec 2019 07:25 PM (IST)
एचपीयू में नौकरियों के लिए आवेदन पत्र फीस दोगुनी
एचपीयू में नौकरियों के लिए आवेदन पत्र फीस दोगुनी

जागरण संवाददाता, शिमला : हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) में नौकरी के आवेदन पत्र भरना अब महंगा हो जाएगा। कार्यकारी परिषद (ईसी) ने शिक्षक और गैरशिक्षक कर्मचारियों के पदों पर होने वाली भर्तियों के लिए आवेदन पत्र की फीस दोगुनी करने का निर्णय लिया है। सामान्य वर्ग को एक हजार रुपये के स्थान पर अब दो हजार रुपये देने देंगे। इसी तरह अन्य श्रेणियों के शुल्क में भी वृद्धि की गई है।

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कार्यकारी परिषद की बैठक सोमवार को कुलपति प्रो. सिकंदर कुमार की अध्यक्षता में हुई। इस दौरान छात्र संगठनों की सभी मांगों पर विस्तृत चर्चा की गई। स्नातक स्तर पर योग विषय की कक्षाएं शुरू करने, शिक्षक व गैरशिक्षकों के पद भरने और प्लेसमेंट सेल स्थापित करने पर भी विचार किया जाएगा।

कार्यकारी परिषद ने जीवनवृत्त उन्नति योजना के तहत अंग्रेजी विभाग में डॉ. रेखा शर्मा को आचार्य, विधि विभाग में डॉ. ललित मोहन सिंह को आचार्य, राजनीति शास्त्र विभाग में डॉ. विकास सिंह को सह आचार्य और क्षेत्रीय केंद्र धर्मशाला के राजनीति शास्त्र में डॉ. संजीव कुमार बरागटा को सह आचार्य बनाया गया। वर्ष 2015-16 के वार्षिक लेखा को स्वीकृति दी। कुलपति ने कुलसचिव व वित्त अधिकारी को निर्देश दिए कि वर्ष 2016-17 व 2017-18 के वार्षिक लेखे भी शीघ्र तैयार कर स्वीकृति के लिए प्रस्तुत किए जाएं। हिदी विभाग में सहायक आचार्य कुमारी पूनम और यूआइआइटी में प्रोग्रामर सुनील कुमार को पीएचडी करने की अनुमति दी। जीव विज्ञान विभाग में रमेश ठाकुर, फोटोग्राफर व अर्थशास्त्र विभाग में जगत राम चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को तब तक उनकी सेवाएं जारी रखने की स्वीकृति प्रदान की जब तक नियमित भर्ती नहीं होती।

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दो शिक्षकों को सेवाविस्तार

कार्यकारी परिषद ने क्षेत्रीय केंद्र धर्मशाला से अंग्रेजी विभाग की सहायक आचार्य डॉ. डेजी वर्मा को पीजी सेंटर व राजनीति शास्त्र विभाग के सह आचार्य डॉ. संजीव कुमार बरागटा को सांध्यकालीन अध्ययन विभाग में एक वर्ष के लिए समय व सेवाविस्तार की स्वीकृति दी। आठ सफाई कर्मचारियों के पदनाम को बदलकर चपरासी करने की स्वीकृति दी।

इस अवसर पर आचार्य एनके शारदा, पूर्व प्रति कुलपति, आचार्य वीपी शर्मा, पूर्व अधिष्ठाता अध्ययन, कुलसचिव घनश्याम चंद, डॉ. आशु गुप्ता, प्राचार्य दंत चिकित्सा महाविद्यालय शिमला, उप सचिव (शिक्षा), अवर सचिव (वित्त), आचार्य एसएस कंवर, अजय श्रीवास्तव, आचार्य रंजना भान और गैर शिक्षक कर्मचारियों के निर्वाचित प्रतिनिधि प्रेम राज उपस्थित थे।

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नौकरियों के लिए आवेदन पत्र फीस

श्रेणी,पहले,अब

शिक्षक

सामान्य,1000,2000

एससी/एसटी,500,1000

गैरशिक्षक

सामान्य,600,1200

एससी/एसटी,300,600


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