सरकारी नौकरी पहली प्राथमिकता, बैंकिंग दूसरी
आज जहां कारपोरेट संस्कृति तेजी से विससि हो रही है, वहीं हिमाचल का युवा सरकारी नौकरी को प्राथमिकता देता है
राज्य ब्यूरो, शिमला : आज जहां कारपोरेट संस्कृति तेजी से विससि हो रही है, वहीं हिमाचल का युवा रोजगार प्राप्त करने के लिए सरकारी नौकरी को प्राथमिकता देता है। इसके बाद बैंकिंग क्षेत्र में सेवा करना चाहता है। हिमाचल प्रदेश के युवाओं की तीसरी प्राथमिकता रिटेल क्षेत्र में नौकरी करने की रहती है। यह खुलासा राज्य साख्यिकी विभाग द्वारा राज्य में किए गए सर्वेक्षण में सामने आया है। इस सर्वेक्षण में पाया गया है कि हिमाचली युवा और युवतियां सरकारी नौकरी करना चाहते हैं। सरकारी नौकरी करने के पीछे तर्क यह दिया गया है कि यह नौकरी सुरक्षित और अधिक लाभप्रद रहती है।
सर्वे रिपोर्ट के तहत प्रदेश के 80 ब्लॉक में 30 हजार परिवारों से रोजगार संबंधी सवाल किए गए। कई मानकों के आधार पर यह सामने आया कि हिमाचल के युवाओं की सोच अभी भी सरकारी क्षेत्र तक सीमित है। अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त डॉ. श्रीकात बाल्दी ने इस आशय की जानकारी दी है। उनका कहना है कि कौशल विकास को बढ़ावा देने से युवाओं की सोच में बदलाव आएगा और स्वरोजगार के अवसर अधिक पैदा होंगे।